मुनिश्री ने 2023 कार्यक्रम के लिए किया आमंत्रित
ग्वालियर, 11 अप्रैल। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सोमवार को नई सड़क स्थित चंपाबाग धर्मशाला में विराजित मप्र शासन के राजकीय अतिथि मेडिटेशन गुरु मुनि श्री विहसंत सागर महाराज व मुनि श्री विश्वसूर्य सागर महाराज के दर्शनों के लिए पहुंचे।
समाज के प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मुनिराजों के चरणों श्रीफल भेंटकर मंगल आशीर्वाद लिया। मुनि श्री विहसंत सागर महाराज ने पूर्व मुख्यमंत्री को अपने गुरु गणाचार्यश्री विराग सागर महाराज की जन्म स्थली दमोह के पास स्थित पथरिया में होने वाले दिगंबर जैन विरागोदय तीर्थ महामहोत्सव जैन महाकुंभ 2023 के कार्यक्रम की पत्रिका देकर आमंत्रित किया।
इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि धर्म में राजनीति नहीं व राजनीति में धर्म को नहीं लाना चाहिए। संतों के पास हमेशा भक्त बनकर जाना चाहिए। संत ही समाज का भविष्य संवारते हैं। मुनिश्री से विधायक प्रवीण पाठक, अशोक सिंह, कांग्रेस प्रवक्ता आनंद शर्मा ने भी आशीर्वाद लिया। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री व आतिथियों का सम्मान महावीर जयंती आयोजन समिति मुख्य संयोजक निर्मल पाटनी, प्रवीण गंगवाल, धर्म वरैया, विनय कासलीवाल, मुकेश जैन, योगेश बोहरा, मनोज सेठी, धर्मेन्द्र जैन आदि ने मालाश् दुपट्टा उढ़ाकर व साफा पहनकर सम्मानित किया।
अहिंसा, संयम और तप को साधने वाले को देवता भी करते हैं नमन : विहसंत सागर
मुनिश्री विहसंत सागर महाराज ने चंपाबाग धर्मशाला में धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मुक्ति के मार्ग पर चलने के लिए धर्म और धर्म का सार केवल तीन बातों में निहित है। इसमें अहिंसा, संयम और तप शामिल हैं। जो मनुष्य इन बातों का पालन करने लगेगा उसको देवता भी नमस्कार करते हैं। मुनिश्री ने कहा कि धर्म के लिए संयम को साधना पड़ता है। जब मनुष्य अपनी इन्द्रियों को संयमित करने लगता है तो वह योगी बन जाता है। उन्होंने रविवार को सूत्र दिया कि ‘खाओ पीओ-चखो मत, देखो भालो- तको मत, बोलो चालो-बको मत, चलो फिरो-थको मत। उन्होंने कहा कि अधिकता हर चीज की बुरी है, भले ही वह कुछ भी हो।
आज जैन मेले से होगा महावीर जयंती का शुभारंभ
कोरोना के कारण दो साल से महावीर जयंती पर कोई आयोजन नहीं हुआ, लेकिन इस वर्ष हालात सामान्य होने से महावीर जंयती महोत्सव समिति एवं अखिल जैन समाज वृहत्तर ग्वालियर के तत्वावधान में मेडिटेशन गुरू मुनि श्री विहसंत सागर महाराज एवं मुनि श्री विश्वसूर्य सागर महाराज संसघ के सानिध्य में महावीर जन्म कल्याणक पर्व उल्लास से मनाया जाएगा। इसको लेकर जैन समाज ने तैयारियां शुरू कर दी है।
महावीर जयंती आयोजन समिति के मुख्य संयोजक निर्मल पाटनी एवं प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया कि 12 अप्रैल मंगलवार को फूलबाग स्थित जैन सिद्ध क्षेत्र गोपाचल पर्वत पर जैन मेला आयोजित किया जाएगा। जिसमें शाम चार बजे से मेले में प्रभु भक्ति नृत्य प्रस्तुति, हाऊजी गेम, सस्पेषगेम, नाटक मंचन एवं वीर वरदान ड्रॉ व सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। मेले का शुभारंभ मुख्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया जाएगा।
देव शास्त्र, गुरु की शोभायात्रा दौलतगंज जैन मन्दिर से निकलेगी 14 को
14 अप्रैल को सुबह सात बजे से दौलतगंज स्थित जैन मन्दिर से मुनि श्री विहसंत सागर महाराज, मुनि श्री विश्वसूर्य सागर महाराज ससंघ के सानिध्य में देव, शास्त्र, गुरू की विशाल रथयात्रा प्रारंभ होगी। यह रथयात्रा दोलतगंज से शुरू होकर फालक बाजार, राम मन्दिर, गस्त का ताजिया, डीडवाना ओली, सराफा बाजार, जीवाजी चौक, माधवगंज, मोर बाजार, दानाओली से नई सड़क स्थित चंपाबाग बगीची पहुंचेगी। जगह-जगह जैन समाज के लोग स्वागत गेट लगाकर मुनिश्री एवं रथ में विराजमान भगवान महावीर स्वामी की भव्य आरती उतारेंगे। रथ यात्रा में समाज की अलग-अलग शाखाओं की महिलाओं द्वारा डाडिया नृत्य होगा। शोभायात्रा कार्यक्रम स्थल पहुंचने पर भगवान महावीर स्वामी के कलश अभिषेक के उपरांत मुनिश्री के मंगल प्रवचन होंगे।
महाराज बाड़े पर लगेगा प्रभु गुणगान मेला, पालना एवं भजन संध्या होगी
14 अप्रैल को महावीर जन्म कल्याणक पर शाम छह बजे से महाराज बाड़े पर प्रभु गुणगान महोत्सव मेले का आयोजन किया जाएगा। जिसमें मुनिश्री के आशीष वचन के साथ 1008 दीपों से महाआरती, 20 ऊंचे मंच भगवान महावीर का पालन लगाया जाएगा। मुंबई से संगीतकरों की भजन सांध्य, 2621 दीपक प्रज्वलित बैंकों की सीढिय़ों पर संस्थाओं द्वारा होंगे। झांकिया के साथ चारों ओर रंग बिरंगी लाइटिंग लगेंगी।