सिंध नदी का रौद्र रूप देखकर हर कोई हैरान, कई गांवों तक पहुंचा पानी

– एसडीएम एवं तहसीलदार ने बाढ प्रभावित क्षेत्रों का लिया जायजा
– कहीं बाढ प्रभावित पुलियों पर लगवाए बेरिकेट तो कहीं बांटे भोजन पैकेट

भिण्ड, 31 जुलाई। पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश एवं बांधों का पानी छोडने के कारण सिंध नदी जबरदस्त उफान पर आ गई है। जो खतरे के निशास से 6 मीटर ऊपर चल रही है। सिंध नदी का जलस्तर लगातार बढता जा रहा है। और नदी के जलस्तर में रात तक और अधिक बढोत्तरी होने की संभावना है। गुरूवार को सिंध नदी का रौद्र रूप देखकर हर कोई हैरान था।
सिंध नदी का जलस्तर बढने के कारण भिण्ड जिले के लहार, रौन एवं अमायन क्षेत्र के दर्जनों गांव तक नदी का पानी पहुंच गया है। जिससे ग्रामीणों में अफरा तफरी का माहौल बना हुआ है। लहार, रौन अमायन क्षेत्र के जो गांव नदी के किनारे बसे हुए है। उन गांव के तमाम लोग अपने-अपने घरों से ट्रैक्टर ट्राली में सामान भरकर घरों को खाली कर सुरक्षित स्थान पर पहुंच रहे हैं।
अधिकारियों ने भ्रमण कर स्थिति का जायजा लिया, बचाव कार्य में जुटे
एसडीओपी लहार प्रवीण त्रिपाठी ने सिंध नदी के जलस्तर का जायजा लेकर नदी के नजदीक बसे ग्राम बरहा, गिरबासा इत्यादि गांव के लोगों से सिंध नदी से दूर रहने की अपील की है। तो वही एसडीएम लहार विजय सिंह यादव, मिहोना तहसीलदार अमित दुवे एवं लहार तहसीलदार दीपक शुक्ला द्वारा सिंध नदी के आसपास के गांवों का भ्रमण कर स्थिति का जायजा लिया है और अधिकारियों ने बाढ की संभावना को देखते हुए ग्राम लिलवारी से 280 लोगों को उनके रिश्तेदारों के यहां एवं ग्राम गिरबसा से करीब 100 लोगों को हायर सेकेण्ड्री स्कूल भवन में ठहराकर उनको भोजन के पैकटों वितरण कराए हैं। रौन तहसीलदार श्रीनिवास शर्मा ने ग्राम इंदूर्खी में 10 परिवार, ग्राम निबसाई में 9 परिवार ग्राम पडोरा में चार परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
एसडीएम लहार विजय सिंह यादव ने नागरिकों से अपील की है कि कोई भी व्यक्ति नदी के किनारे एवं जल भराव वाले स्थानों पर ना जाएं और जिन पुलियों पर पानी चल रहा है वहां से ना निकले। नागरिकों की सुरक्षा को शासन पूरी तरह से मुस्तेद है। एनडीआरएफ की टीम लहार में तैनात कर दी गई है। किसी भी प्रकार के रेस्क्यू और लोगों की सुरक्षा के लिए तुरंत टीम उपलब्ध कराई जाएगी।

बीमार बच्चें को रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया

एनडीआरएफ की टीम ने दो साल के बच्चे का बाढ प्रभावित ग्राम धोर मिहोना से रेस्क्यू किया है। बच्चा प्रदुमन बीमार था। ग्राम धोर से बच्चे को बाहर निकाल कर सुरक्षित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया है। इस रेस्क्यू में तहसीलदार अमित दुवे एवं पटवारी ओम हरि तिवारी सहित अन्य राजस्व स्टाफ मौजूद रहा।
लहार से अमायन एवं सेवढा का संपर्क कटा
सिंध नदी के उफान पर आने से लहार से पर्रायच होते हुए अमायन की ओर जाने वाले मार्ग पर रुहेरा गांव के पास पुलिया डूबने के कारण आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया है। विदित हो कि सेवढा में छोटे पुल के डूबने के उपरान्त लहार एवं सेवढा क्षेत्र के लोग पिछले कुछ दिनों से वाहनों के माध्यम से अमायन-मौ की ओर पर्रायच होते हुए निकल रहे थे। लेकिन रूहेरा गांव के पास बुधवार की शाम को पुलिया डूबने के कारण वाहनों का आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है। इसी प्रकार लहार से ग्राम बरहा, गिरबासा होते हुए सेवढा जाने वाले मार्ग पर बरहा, गिरबासा गांव के समीप पुलिया पर गुरूवार को सिंध नदी का पानी पहुंच गया है। जिससे पुलिया डूब गई है। कारण इस मार्ग पर भी वाहनों के पहिया थम गए है। अमायन क्षेत्र का खेरौली गांव पानी से घिर गया है। मुख्य मार्ग से गाँव का संपर्क कट गया है। खेरिया सिंध सहित अन्य कई गांवों तक नदी का पानी पहुंचने की खबर है।
अगले 72 घण्टे रहे विशेष संयमित और सुरक्षित
एसडीएम विजय सिंह यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि मोहनी सागर डैम शिवपुरी से विगत दिवस 9200 क्यूमैक्स पानी छोडा गया था, जिससे सिंध नदी नदी का जलस्तर बढ गया है, अभी आज 5500 क्यूमेक्स जल निकासी की गई है, अर्थात जल निकासी में गिरावट आई है। अगले 24 घण्टे में जलस्तर कुछ और बढेगा उसके बाद संभवत नदी का जलस्तर घटने लगेगा, अत: अगले 72 घण्टे तक सभी नागरिक सुरक्षित अपने घरों में रहे नदी के किनारों पर एवं जल भराव जैसे स्थानों पर ना जाएं, जहां पुलियों पर पानी ओवरफ्लो हैं वहां से ना निकलें।
बचाव के लिए एनडीआरएफ की एक टीम लहार में है तैनात
एसडीएम विजय यादव ने बताया कि शासन स्तर से नागरिक सुरक्षा को लेकर पूरी मुस्तेदी है एनडीआरएफ की टीम लहार में तैनात कर दी गई है, किसी भी प्रकार के रेस्क्यू के लिए हमारा प्रयास रहेगा कि तुरंत नागरिकों को सुविधा उपलब्ध कराई जाए एवं नागरिकों से भी अपेक्षा की गई है कि वह शासन का सहयोग करें। बाढ संबंधी किसी भी समस्या के लिए लहार आपदा कंट्रोल रूम क्र. 8602417574, जिला आपदा कंट्रोल रूम क्र.9244336334, 8450009249 पर संपर्क करें।