विहसंत सागर महाराज के सानिध्य में भगवान पारसनाथ को चढाया लाडू

भिण्ड, 31 जुलाई। जैन धर्म के 23वीं तीर्थंकर भगवान पारसनाथ के निर्वाण महोत्सव एवम मुकुट सप्तमी के अवसर पर मेडिटेशन गुरु उपाध्याय विहसंत सागर महाराज एवं विश्वसाम्य सागर महाराज के ससंघ सानिध्य में धूमधाम से 23 किलो का लाडू विनोद जैन पन्ना परिवार द्वारा चढाया गया।
इस अवसर पर मेडिटेशन गुरु उपाध्याय विहसंत सागर महाराज ने कहा कि जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर भगवान पारसनाथ हैं, जिन्होंने सबसे अधिक उपसर्ग सहे हैं एवं जिनकी सबसे अधिक प्रतिमाएं मन्दिरों में देखने को मिलती है। भारत के प्रत्येक जिन मन्दिर में भगवान पारसनाथ का निर्माण लाडू चढाया जा रहा है। लाखों की संख्या में लोग शिखरजी आदि जगहों पर जाते हंै। इस अवसर पर सकल दिगंबर जैन समाज के प्रत्येक नागरिक ने बद्रीप्रसाद बगिया में पहुंचकर भगवान पारसनाथ को शक्कर से बना लाडू चढाया।
सिमार बिरगमा में निकली पालकी यात्रा
अतिशय क्षेत्र बरासों के पास सिमार बिरगमा में भगवान पारसनाथ की प्राचीन प्रतिमा विराजमान है, जहां भगवान पारसनाथ का अभिषेक पूजन कर पालकी शोभायात्रा बैण्ड बाजा के साथ ग्राम में निकाली गई। इसके बाद संगीतकार रवि एण्ड पार्टी द्वारा मधुर भजनों पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर अशोक जैन पीपरी, सुरेश जैन रंग वाले, डॉ. अशोक जैन, देवेन्द्र जैन, सुभाष जैन, सुशील जैन, टीटू जैन, अमित जैन डिंपी, पार्षद मनोज जैन, मुकेश जैन बड़ेरी, ऋषि जैन, मानिकचंद जैन, बंटू जैन, महेन्द्र जैन शास्त्री आदि मौजूद रहे।