बाढ आपदा में सुरक्षा एवं बचाव कार्यों के लिए रहें अलर्ट मोड पर : संभागायुक्त खत्री

– अधिकारी पूरी कार्य क्षमता एवं दक्षता के साथ करें शासकीय योजनाओं का क्रियान्वयन
– छात्रावासों के निरीक्षण एवं बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण हेतु किया जाए रोस्टर तैयार
– संभागीय आयुक्त ने ली जिला अधिकारियों की समीक्षा बैठक

भिण्ड, 30 जुलाई। सभी अधिकारी आपस में समन्वयता से कार्य करें, साथ ही सभी अपने अधीनस्थ अमले को सजग रहने हेतु निर्देशित करें। सूचना तंत्र सक्रिय रहें, राहत-बचाव शिविरों में सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित रहें। होमगार्ड विभाग को निर्देशित किया गया कि सुरक्षा एवं बचाव कार्यों के लिए अलर्ट मोड पर रहें। यह बात संभागीय आयुक्त मनोज खत्री ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष भिण्ड में आयोजित जिला अधिकारियों की समीक्षा बैठक कही।
आयुक्त खत्री ने निर्देश दिए कि अपने-अपने क्षेत्र में यह सुनिश्चित करें कि पुल पुलिया पर पानी होने की स्थिति में कोई भी व्यक्ति या वाहन उसे पार ना करें। उन्होंने जर्जर भवनों की समीक्षा कर अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोई भी स्कूल या आंगनवाडी किसी भी पुराने जर्जर भवन में संचालित ना हो, यह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि वर्षाकाल में जर्जर भवनों में दुर्घटना की आशंका रहती है, इसे ध्यान में रखते हुए आंगनबाडी व स्कूलों को अच्छे भवनों में शिफ्ट करें। पीओ डूडा नगरीय निकायों में जर्जर मकान, भवनों को चिन्हित कर सुरक्षात्मक उपाय करें।
आयुक्त मनोज खत्री ने वर्षा जनित बीमारियों की रोकथाम हेतु सभी आवश्यक व्यवस्थाएं एवं उपाय किए जाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि सीएमएचओ, पीओ डूडा, सिविल सर्जन और मलेरिया अधिकारी पिछले वर्ष मलेरिया और डेंगू के आंकडों को देखकर बीमारियों की रोकथाम के लिए दवाओं का छिडकाव कराया जाना सुनिश्चित करें ताकि पिछले वर्ष की अपेक्षा डेंगू और मलेरिया के मामलों में कमी लाई जा सके। उन्होंने आंगनबाडी, स्कूल भवनों, छात्रावासों एवं अन्य स्थानों में लगे हैण्डपंपों में क्लोरिनेशन कराए जाने निर्देश पीएचई विभाग अधिकारी को दिए।
बैठक में आयुक्त खत्री ने राजस्व विभाग के अंतर्गत लंबित राजस्व प्रकरणों के निराकरण के संबंध में समस्त एसडीएम को निर्देशित किया। साथ ही निर्देश दिए कि अपने-अपने अनुभाग में नामांतरण, सीमांकन, बटवारा, अभिलेख सुधार, डायवर्सन, पीठासीन अधिकारी एवं रीडर लॉगिन पर प्रकरण लंबित न रहे, यह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने आरबीसी 6(4) के पुराने प्रकरणों के भुगतान, फसल हानि, मकान हानि और जन हानि के प्रकरणों के भुगतान की जानकारी ली एवं आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
आयुक्त ने सीएम हेल्पलाईन के तहत विभागों में लंबित शिकायतों एवं ग्रेडिंग की समीक्षा करते हुए पुरानी शिकायतों को बंद कराए जाने हेतु आवश्यक कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित कर कहा कि जिले में संचालित छात्रावासों के निरीक्षण का रोस्टर तैयार किया जाए, होस्टल के बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण का रोस्टर तैयार किया जाए, गल्र्स होस्टल का निरीक्षण महिला अधिकारी द्वारा ही किए जाने निर्देश दिए।
उन्होंने निर्देशित कर कहा कि अधिकारी पूरी कार्य क्षमता एवं दक्षता के साथ शासकीय योजनाओं का क्रियान्वयन करें। उन्होंने निर्देश दिए कि अधिकारी कर्तव्य निष्ठा, संवेदनशीलता एवं पूर्ण उत्तर दायित्व के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करें। जिससे जन साधारण को श्रेष्ठ एवं सुलभ शासकीय सेवाएं प्राप्त हो सकें। शासकीय योजनाओं को नई दिशा मिले इस हेतु सभी के प्रयास से योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि सभी महत्वपूर्ण कार्यों की समय-समय पर निगरानी एवं समीक्षा सुनिश्चित की जाए, जिससे कार्यों की पारदर्शिता एवं जबावदेही बनी रहे।
बैठक में प्रधानमंत्री आवास, ई-केवाईसी पॉलीटेक्निक एवं आईटीआई कॉलेज में छात्र-छात्राओं का प्रवेश, जिले में फर्टीलाईजर की उपलब्धता, फसलों की बुवाई, एक बगिया मां के नाम अभियान, राशन खाद्यान्न का उठाव एवं वितरण के संबंध में विस्तार से समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए गए।
कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने कहा कि आयुक्त द्वारा जो भी निर्देश दिए गए है, उन निर्देशों का अक्षरश: पालन सभी अधिकारियों द्वारा किया जाएगा। उन्होंने विभागीय गतिविधियों, कार्ययोजना एवं शासकीय योजनाओं की प्रगति के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सुनील दुबे, अपर कलेक्टर एलके पाण्डेय, संयुक्त कलेक्टर शिवांगी अग्रवाल एवं अंकुर रवि गुप्ता, समस्त एसडीएम, सीईओ जनपद पंचायत एवं जिला अधिकारी उपस्थित रहे।