भिण्ड नगर पालिका में फर्जीबाडे की शिकायत पर की जा रही है जांच

– जांच दल नगर पालिका पहुंचा तो खिसक गए कर्मचारी

भिण्ड, 12 जुलाई। नगर पालिका में एक बडे घोटाले की बात सामने आई है। शिकायत पर कलेक्टर ने जांच टीम बनाई और जब टीम नगर पालिका पहुंची तो वहां मौजूद अधिकारी कर्मचारी अपने चेंबर छोडकर दफ्तर से बाहर निकल गए, जबकि जांच टीम को जरूरी दस्तावेज तक नहीं दिखाए गए।
जानकारी के अनुसार पिछले एक साल में निर्माण, विद्युत, वाहन मरम्मत और स्टोर शाखा की करीब 150 फाइलें फर्जी तरीके से तैयार की गईं। इनमें पंप हाउस, हैण्डपंप, स्ट्रीट लाइट, मोटर और वाहन मरम्मत के नाम पर पहले किए गए कामों की दोबारा फर्जी नोटशीट बनाकर एक-एक लाख रुपए तक के भुगतान कराए गए। इस घोटाले की शिकायत राहुल शर्मा नामक व्यक्ति ने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) तक की थी। इसके बाद कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की। जांच समिति में धारा सिंह मीणा अकाउंट ऑफिसर पीडब्ल्यूडी, कपिल तोमर आरईएस, सुरेन्द्र कैशल निर्वाचन शाखा शामिल हैं। जैसे ही जांच टीम नगर पालिका कार्यालय पहुंची, वरिष्ठ अफसर एक-एक कर निकलते चले गए। टीम को जरूरी फाइलें तक उपलब्ध नहीं कराई गईं। इससे इस बात को बल मिला है कि मिलीभगत के तहत यह फर्जीवाडा अंजाम दिया गया है। इस संबंध में कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने कहा है कि फर्जीवाडा किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। नियम विरुद्ध फर्जी भुगतान की शिकायत के बाद जांच समिति गठित की गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर कडी कार्रवाई की जाएगी।