50 छात्रों के लिए आधा किलो बेसन और तेल से बनाई जा रही थी कढी

– मध्यान्ह भोजन योजना में भारी गडबडी उजागर
– विधायक व एसडीएम के निरीक्षण में सामने आया मामला

भिण्ड, 17 जुलाई। सरकारी स्कूलों में संचालित मध्यान्ह भोजन योजना में हो रही अनियमितताओं का गुरुवार को बडा खुलासा हुआ। भिण्ड विधायक नरेन्द्र सिंह कुशवाह और एसडीएम अखिलेश शर्मा ने जब कॉटनजीन सीएम राइज स्कूल का औचक निरीक्षण किया तो मध्यान भोजन की स्थिति देखकर वे हैरान रह गए।
निरीक्षण के दौरान स्कूल की रसोई में 450 छात्र-छात्राओं के लिए तैयार किया जा रहा भोजन बेहद निम्न गुणवत्ता का पाया गया। रसोई में भोजन के रूप में जो कढी तैयार की जा रही थी, उसके लिए मात्र आधा किलो बेसन और थोडी सी मात्रा में तेल का उपयोग किया गया था। कढी की मात्रा और गुणवत्ता देखकर अधिकारियों ने तत्काल महिला रसोइया से पूछताछ की। रसोइया ने स्पष्ट रूप से बताया कि उसे यही सीमित मात्रा में सामग्री स्व-सहायता समूह संचालक द्वारा दी गई है और वह उसी के अनुसार भोजन तैयार कर रही है। मौके पर मौजूद एसडीएम अखिलेश शर्मा ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत पंचनामा तैयार कराया और संबंधित स्व-सहायता समूह के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बच्चों के पोषण से जुडी इस योजना में किसी प्रकार की लापरवाही या भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पूरे मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
विधायक नरेन्द्र सिंह कुशवाह ने भी इस लापरवाही पर नाराजगी जताते हुए कहा कि सरकारी योजनाओं को भ्रष्टाचार का चारागाह नहीं बनने दिया जाएगा। मध्यान्ह भोजन योजना का उद्देश्य बच्चों को पोषण देना है, न कि ठेकेदारों और समूह संचालकों की जेबें भरना। उन्होंने जिला प्रशासन से ऐसे मामलों की नियमित जांच कराने की मांग की ताकि भविष्य में इस तरह की गडबडियों पर रोक लगाई जा सके। इस घटना ने स्कूलों में संचालित मध्यान भोजन योजना की जमीनी सच्चाई को उजागर कर दिया है। यह स्पष्ट हो गया है कि कुछ स्व-सहायता समूह लाभ के चक्कर में छात्रों के हक का भोजन तक काट रहे हैं। इस पूरे मामले के प्रकाश में आने के बाद शिक्षा विभाग, जिला प्रशासन और समाजसेवियों के लिए यह एक चेतावनी है कि वे समय-समय पर इन योजनाओं की निगरानी करें, जिससे छात्रों को उनका अधिकार और गुणवत्तापूर्ण भोजन मिल सके।