– कुंअरपुरा में विराट कवि सम्मेलन आयोजित
भिण्ड, 09 जुलाई। जिले के रौन ब्लॉक अंतर्गत कुंअरपुरा गांव में सिद्ध स्थान राम-जानकी मन्दिर प्रांगण में गुरू पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर अखिल भारतीय साहित्य परिषद के तत्वावधान में विराट कवि सम्मेलन आयोजित किया गया। जिसमें कवियों ने अपनी बेजोड कविताएं पढकर सभी श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
अखिल भारतीय साहित्य परिषद के संभागीय सह संयोजक हरीबाबू निराला ने राष्ट्र से ओत प्रोत कविता पढते हुए कहा- उठो साथियों इस पापी को अब तो सिखाना है। भारत माता का सारे जग में वैभव मान बढाना है। प्रसिद्ध कवि मुक्तक सम्राट डॉ. शिवेन्द्र सिंह ‘शिवेन्द्र’ ने कहा- बेटे के लिए बाप का डंडा ही बहुत है, मां बांध दे बेटे को तो लिए गंडा ही बहुत है। सैनिक के लिए देश से कुछ भी बडा नहीं, मरने के लिए देश का झण्डा ही बहुत है।। ओज के सशक्त हस्ताक्षर कवि हरिहर ने कहा- मैं सरहद पर सपूतों को नमन सौ बार करता हूं, वंदन संत सतियों का भी बारंबार करता हूं। इसके बाद तरन्नुम में भीमनगर से पधारे कवि नागेन्द्र सिंह निर्माण ने कहा- लिपटकर जिसमें तू आया बसन वो हो गया पवन, जहां कोई ना आता था बना तीर्थ वह आंगन। मिहोना से पधारे कवि सतेन्द्र सत्यार्थी की बानगी देखिए- सच्चा है बस मन का प्यार, झूंठा है सारा संसार।।
कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. कमल सिंह ने की व मुख्य अतिथि के रूप में बृजेश सिंह जादौन, विशिष्ट अतिथि के रूप में उपसरपंच राजन सिंह राजावत असनेहट उपस्थित रहे। कार्यक्रम के संयोजक शिवम सिंह राजावत ने कवियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। आभार प्रदर्शन सत्यम सिंह भदौरिया ने किया। इस अवसर पर मनोहर सिंह, रविन्द्र सिंह, विष्णु सिंह, जीतू सेक्रेटरी, मोहित सिंह, शिवम सिंह, सत्यम सिंह आदि विशेष रूप से उपस्थित थे।