रूरई और टिमावली में भागवत कथा में उमड रही श्रोताओं की भीड

भिण्ड, 01 जून। आलमपुर के समीप ग्राम रूरई में प्राचीन शंकरजी के मन्दिर पर आयोजित श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में रविवार को कथा व्यास पं. नरेन्द्र शास्त्री ने भगवान की विभिन्न लीलाओं का वर्णन कर सुन्दर कथा श्रवण कराई। भगवान की कथा सुनकर श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए।
कथा के दौरान उन्होंने कहा कि भगवान की कथा श्रवण करने से सभी विपत्तियों का नाश हो जाता हैं। इस संसार में भगवान की कृपा के बगैर कुछ भी संभव नहीं है। प्रत्येक मनुष्य को भगवान का स्मरण करना चाहिए और समाज में अच्छे काम करना चाहिए। चौहान परिवार द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में बृजेन्द्र सिंह चौहान की माताजी सुखदेवी-स्व. माखन सिंह चौहान पारीक्षत बनी हैं। कथा में श्रोताओं की संख्या दिन प्रतिदन बढती जा रही है। रूरई सहित नजदीकी गांव के लोग शंकरजी के मन्दिर पर कथा श्रवण करने के लिए पहुंच रहे हैं। समूचा कथा स्थल श्रोताओं से भरा दिखाई देता है। कथा समापन के पश्चात गांव के लोगों द्वारा प्रतिदिन भण्डारे का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें हजारों लोग प्रसादी ग्रहण कर रहे हैं। गत 29 मई से शुरू हुई भागवत कथा 4 जून तक चलेगी।
वहीं आलमपुर के समीप ग्राम टिमावली में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन चल रहा है। कथा वाचक पं. उमाकांत शास्त्री द्वारा प्रतिदिन भगवान की सुंदर कथा श्रवण कराई जा रही है। रविवार को कथा के दौरान उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा भक्ति और ज्ञान का सागर है और भगवान की कथा जीवन की राह में मार्गदर्शन का स्वरूप है। भगवान की कथा सुनने मात्र से पापों से मुक्ति मिल जाती है। ग्राम टिमावली में भी कथा सुनने के लिए श्रोताओं की अपार भीड उमड रही है।