भारतीय सेना के सम्मान में कांग्रेस ने नदी गेट से फूलबाग तक निकाली जय हिन्द यात्रा
ग्वालियर 24 मई:- ऑपरेशन सिन्दूर में भारत की विजय पताका फहराने वाली भारतीय सेना ने शौर्य और पराक्रम का जो परिचय दिया है, सेना के सम्मान में मप्र कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र शर्मा के नेतृत्व एवं विधायक डॉ. सतीश सिकरवार, प्रदेश महासचिव सुनील शर्मा की उपस्तिथि में शहर जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा जय हिन्द यात्रा निकाली गई। यात्रा में जय हिन्द, जय भारत, भारत माता की जय गगनभेदी नारे कांग्रेसजन लगाते रहे, कांग्रेस की जय हिन्द यात्रा नदी गेट चौराहा से प्रारंभ होकर शानो-शौकत, शिंदे की छावनी चौराहा, गुरुद्वारा, एमएलबी रोड होते हुए फूलबाग स्थित गांधी उद्यान में महात्मा गांधी को नमन कर समाप्त हुई।
शहर जिला कंाग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र शर्मा ने यात्रा के समापन पर उपस्थित कांग्रेस जनों एवं जन समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस की जय हिन्द यात्रा भारतीय सेना के अदम्य साहस, शौर्य और बलिदान को सलाम करने के लिए है, जिसने ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से न केवल देश की सुरक्षा को सुनिश्चित किया, बल्कि विश्व पटल पर भारत की ताकत और संकल्प को सशक्त रूप से प्रदर्शित किया। कांग्रेस पार्टी और प्रत्येक कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए राष्ट्रीय हित और सेना का सम्मान सदैव सर्वोपरि है। जैसा कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे और राहुल गांधी ने कहा, हमारी सेना पर हमें गर्व है और हम हर कदम पर उनके साथ हैं। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के लिए हमारी पार्टी ने सर्वदलीय बैठक में सरकार को पूर्ण समर्थन दिया, क्योंकि जब बात देश की सुरक्षा की हो, तो कोई राजनीति नहीं, केवल एकता और संकल्प होता है। लेकिन अफसोस की बात है कि रक्षा नहीं सिर्फ प्रचार है, यही भाजपा सरकार है।
उन्होंने कहा कि मप्र की भाजपा सरकार के उपमुख्यमंत्री जगदीश देवडा और मंत्री विजय शाह ने अपने गैर जिम्मेदाराना और असंवेदनशील बयानों से ना केवल इस ऐतिहासिक अभियान का अपमान किया है, बल्कि पूरे देश की सेना का मनोबल गिराने का काम किया है। साथ ही इस पूरे प्रकरण पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का चुप रहना और अपने इन बडबोले नेतंाओ पर कोई कार्रवाई न करना सेना और देश दोनो का अपमान है, जब हमारी सेना के सम्मान की बात आती है, तब प्रधानमंत्री मौन क्यों हैं? क्या अब सत्ता की राजनीति, हमारे सैनिकों के स्वाभिमान से भी ऊपर हो गई है? मंच से बडी-बडी बाते करने वाले मोदी जी क्या आपको सेना का अपमान स्वीकार है? क्या देश की सीमाओं की सुरक्षा करने वाली भारतीय सेना का अपमान करने वाले आपके नेताओं पर आप चुप्पी साध लेंगे? यह कोई पहली बार नहीं है। भाजपा सरकार की विफल नीतियों ने बार-बार देश की सुरक्षा को खतरे में डाला है। पुलवामा हमले से लेकर मणिपुर की अशांति तक, लद्दाख की सीमा पर चीन की घुसपैठ से लेकर आतंकी हमलों में बढोतरी तक, हर बार भाजपा सरकार की लापरवाही और गलत फैसलों का खामियाजा हमारे वीर सैनिकों और आम नागरिकों को भुगतना पडा है। जब सैनिक सीमा पर सीना तानकर खडे होते हैं, तब दिल्ली और भोपाल में बैठी सरकारें अपनी राजनीतिक सुविधा के हिसाब से बयानबाजी करती हैं। भाजपा के लिए राष्ट्रभक्ति सिर्फ एक चुनावी नारा है, लेकिन कंाग्रेस पार्टी के लिए यह आत्मा की पुकार है। कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ताओं राष्ट्र हित के लिए अपने प्राणों को न्यौक्षावर करने से भी पीछे नहीं हटे एवं अनेक बलिदान दिए है।
ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सेना के पराक्रम का एक ऐसा स्वर्णिम अध्याय है, जिसने आतंकवाद के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस नीति को पूरी दुनिया के सामने स्थापित किया। 7 मई 2025 की रात, जब हमारे वीर जवानों ने पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट कर 100 से अधिक आतंकियों को ढेर किया, तब यह सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं थी, बल्कि यह मां भारती के मस्तक पर सिंदूर की वह रेखा थी, जो हर भारतवासी के लिए गर्व का प्रतीक बनी। इस ऑपरेशन में कंधार हाईजैक और पुलवामा हमले जैसे जघन्य अपराधों के गुनहगारों को उनके अंजाम तक पहुंचाया गया। यह कार्रवाई हमारे जवानों की सटीकता, साहस और समन्वय का जीवंत प्रमाण है। ऑपरेशन सिंदूर में हमारे पांच वीर जवानों ने सर्वोच्च बलिदान दिया, उनमें अग्निवीर मुरली नाइक जैसे शूरवीर शामिल हैं। उनका बलिदान हमें सिखाता है कि देश की रक्षा के लिए कोई भी कीमत छोटी नहीं होती। हम उनके परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना और सम्मान व्यक्त करते हैं। यह जय हिंद यात्रा केवल एक मार्च नहीं है, यह उस भावना का प्रतीक है जो हर भारतीय के दिल में बसती है। नदी गेट चौराहे से फूलबाग तक का यह सफर, हमारे जवानों के शौर्य को सलाम करने और देशभक्ति की भावना को और मजबूत करने का संकल्प है। इस यात्रा में हर कदम के साथ हम यह संदेश देना चाहते हैं कि हमारी सेना के साथ पूरा देश चट्टान की तरह खडा है।
जय हिन्द यात्रा में महाराज सिंह पटेल, वीरसिंह तोमर, राजेन्द्र नाती, सीमा समाधिया, सुरेन्द्र यादव, जेएच जाफरी,प्रभुदयाल जौहरे,राजीव शर्मा, प्रमोद खरे, मीनू परिहार,अशोक सिकरवार,संजय परथरे, राकेश बाथम, हामिद खान उस्मानी,महेश मधुरिया, अनूप जौहरी, लालसिंह कुशवाह, जीवाजीराव मंडोला, रानू शर्मा, वर्षा कुशवाह, रचना कुशवाह, सिखा शमी शर्मा, हेमलता प्रजापति, जशवंत किरार, सुनीता तोमर, संदीप यादव, प्रेमसिंह यादव, राहुल भदौरिया, रश्मि परिहार, तरुण यादव, पीयूष जैन, संजीव दीक्षित, मोनू रजक, नसीर खान, विनोद कुमार जैन, परमानंद रत्नागर साहित अनेक कांग्रेसजन शामिल थे।