पशु एवं पक्षियों के शरीर का तापमान नियंत्रित करने में जल का योगदान महत्वपूर्ण : महेन्द्र जैन

भिण्ड, 26 अप्रैल। पानी पक्षियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, यह उनकी प्यास बुझाता है, उनके शरीर का तापमान नियंत्रित करता है, उनके पंखों को साफ करता है और उनके प्रजनन में मदद करता है। हमे हमेशा पक्षियों के लिए अपने खेत में, घरों की छत पर, खिडकी पर, रोशनदान पर अथवा पेडों पर कटोरा या सकोरा के माध्यम से साफ पानी उपलब्ध कराना चाहिए। यह विचार भारत विकास परिषद शाखा जागृति द्वारा पशुओं के लिए पानी की टंकी एवं पक्षियों के लिए सकोरा टांगने के कार्यक्रम के दौरान अटेर रोड स्थित स्वरूप विद्या निकेतन में पर्यावरण प्रकल्प संयोजक महेन्द्र जैन ने कही।
शाखा के सदस्यों द्वारा अटेर रोड पर पशुओं के पीने के जल हेतु सीमेंट की टंकी निर्मित कर उसमें जल भरकर पशु प्याऊ प्रारंभ किया। इस अवसर पर प्रांतीय संयोजक डॉ. उमा शर्मा ने इसे निरंतर स्वच्छ जल भरने का संकल्प लिया। उन्होंने बताया कि हिन्दू धर्म में सभी जीव एक ही ईश्वर के भाग माने जाते हैं। इसलिए एक जीव की सेवा करना ईश्वर की सेवा करने के समान है। इसी क्रम में पक्षियों के लिए सकोरे टांगने का प्रारंभ भी सदस्यों ने मिलकर अटेर रोड से किया।
शाखा अध्यक्ष गगन शर्मा ने बताया कि शहर में घुमंतू पशुओं की संख्या अत्यधिक है। इसके अनुपात में उन्हें भोजन उपलब्ध नहीं हो पाता है, ऐसी स्थिति में पशु प्लास्टिक की थैली एवं अन्य घातक सामग्री को अपना भोजन बना लेते हैं, जो शरीर पर हानिकारक प्रभाव छोडता है और पचता नहीं है। यदि पशुओं को पर्याप्त मात्रा में शरीर में जल पहुंचता रहे तो हानिकारक भोज्य सामग्री को जल की मदद से रासायनिक क्रिया के द्वारा पशु शरीर पृथक कर लेता है। शाखा जागृति शहर के अन्य स्थलों पर भी जल व्यवस्था करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस अवसर पर शाखा कोषाध्यक्ष एडवोकेट अंजू गुप्ता, नगर समन्वयक धीरज शुक्ला, ऊषा नगरिया, प्रियंका शुक्ला, पुष्पेन्द्र जैन, मनोज दीक्षित, विकास समाधिया आदि उपस्थित रहे।