डॉक्टर की लापरवाही : डिलीवरी के समय महिला के पेट के अंदर छोड़ा कपड़ा

महिला की हालत गंभीर, परिजनों ने डॉक्टर पर कार्रवाई के लिए पुलिस को दिया आवेदन

भिण्ड, 09 अक्टूबर। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गोहद में गत 16 सितंबर को वार्ड क्र.17 सुमेर कॉलोनी गोहद निवासी रामवीर की पत्नी ज्योति की डिलीवरी हुई थी। डिलीवरी के समय डिलीवरी करने वाले डॉक्टर व कर्मचारियों ने ब्लीडिंग रोकने के लिए बच्चेदानी में कॉटन व कपड़ा लगाया गया था। उसके तीन दिन बाद ज्योति की छुट्टी कर दी गई। किसी डॉक्टर या कर्मचारी द्वारा बच्चेदानी से कपड़े को नहीं निकाला गया और ना ही बताया गया। उसके बाद सात अक्टूबर को ज्योति की तबीयत अचानक बिगड़ी, उसे बच्चेदानी में दर्द हुआ, तब प्राइवेट डॉक्टर को दिखाया गया, तो उन्होंने बच्चेदानी मेंकपड़ा होना बताया।
नौ अक्टूबर को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गोहद लेकर पहुंचे तो वहां डॉ. विमलेश गोतम ने बच्चेदानी में कॉटन होना स्वीकार किया और कॉटन व कपड़े को निकाला। जिसकी वजह से पीडि़ता को काफी परेशानी व असहनीय दर्द का सामना करना पड़ा, जिससे उसकी तबीयत खराब है, साथ में यह भी कहा गया है कि हो सकता है अंदर इंफेक्शन हो गया हो, वह इसलिए समय पर अल्ट्रासाउण्ड कराकर दवाई करते रहें। जब अल्ट्रासाउण्ड के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गोहद में कहा गया तो उन्होंने बताया कि आज अल्ट्रासाउण्ड नहीं होते, सोमवार को आना, अभी भी पीडि़ता की तबीयत खराब है।
जब इसको लेकर अस्पताल के बीएमओ आलोक शर्मा से बात की गई तो पहले तो उन्होंने कहा कि नहीं हमारे यहां किसी ने कपड़ा नहीं लगाया होगा। लेकिन जब बाद में डॉ. विमलेश गौतम द्वारा कॉटन व कपड़ा निकाला गया, तब कहीं जाकर यह स्वीकार किया और दोषी डॉक्टर व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। इसको लेकर पीडि़ता के पति रामवीर कौशल द्वारा एक आवेदन अस्पताल के बीएमओ एवं एक आवेदन गोहद पुलिस थाने में दिया गया है, जिसमें दोषी व्यक्तियों पर वैधानिक कार्रवाई की मांग की गई है।

इनका कहना है-

16 सितंबर को मेरी पत्नी की डिलीवरी गोहद अस्पताल में हुई थी, जिसमें डॉक्टर द्वारा कट लगाकर डिलीवरी कराई गई थी, अंदर ब्लीडिंग ना हो इसके लिए कॉटन एवं कपड़ा लगाया गया था, जिसे बाद में निकालना था, परंतु डॉक्टर व स्टाफ की लापरवाही के कारण कॉटन एवं कपड़े को निकाला नहीं गया। आज निकाला गया है अभी भी मेरी पत्नी की हालत ठीक नहीं है।
रामवीर कौशल, पीडि़ता का पति

इस सम्बंध में मुझे कोई जानकारी नहीं है, मैं दिखवाता हूं।
डॉ. आलोक शर्मा, बीएमओ गोहद