रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के पूर्व निम्न आय वर्ग के बच्चों को कराया ओरछा मन्दिर का भ्रमण

ग्वालियर, 22 जनवरी। शैक्षिक भ्रमण बच्चों की सीखने की गति को त्वरित करता है। इस उद्देश्य से सेवार्थ जन कल्याण समिति द्वारा सभी 12 शिक्षण केन्द्रों से बच्चों को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह की पूर्व संध्या पर उत्तर भारत के प्रख्यात धार्मिक स्थल और बुंदेलखण्ड की अयोध्या अर्थात ओरछा का भ्रमण कराया गया। जिसमें 75 बच्चों और शिक्षकों ने धर्म तथा महलों की निर्माण कला को देखा।
धर्म अध्यात्म और मन्दिर निर्माण कला का यहां एक अनूठा उदाहरण है, जिसे नजदीक से देखकर और समझ करके हम अपनी ऐतिहासिक और पुरातात्विक विरासत पर गर्व कर सकते हैं। राज्य पुरातत्व विभाग जिला प्रशासन मुरैना, आरटीओ मुरैना तथा समाजसेवी हरिशंकर पटेल ने इस सारे प्रबंधन में हमारी अनुकरणीय मदद की। सेवार्थ जन कल्याण समिति उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करती है। यात्रा प्रारंभ करने के पूर्व रविवार को सुबह विवेकानंद नीडम में ब्रह्मकुमारी के अंतर्राष्ट्रीय वक्ता प्रहलाद भाई, मप्र अधिवक्ता परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष जितेन्द्र शर्मा, समाजसेवी आरके निगम, सुमंत मिश्रा, इंस्पेक्टर प्रदीप तोमर, सेवार्थ जन कल्याण समिति के अध्यक्ष ओपी दीक्षित, सचिव एवं पूर्व सेना अधिकारी मनोज पाण्डे, उपाध्यक्ष रामस्वदेश राठौर तथा समाजसेवियों ने बस को हरी झण्डी दिखाकर यात्रा प्रारंभ की।

ओरछा के महल एवं मन्दिर के भ्रमण के दौरान पुरातत्व विभाग से श्रीमती अनीता मिश्रा ने सभी बच्चों एवं शिक्षकों को ओरछा महल एवं मन्दिर के निर्माण के अतिरिक्त आस-पास के इलाकों में जो ऐतिहासिक विवरण पुरातत्व विभाग में दर्ज हैं, इसके निर्माण किस उद्देश्य के लिए हुआ एवं महल के परिसर को किन नाम से जाना जाता है, विस्तार पूर्वक बताया। बच्चों ने भी अपनी जिज्ञासाएं रखीं, जिन्हें उन्होंने समझाया। कार्यक्रम में जीजोतिया समाज के वरिष्ठ सदस्य डीपीसी राकेश दीक्षित, श्रीमती अर्चना दीक्षित, भारत यादव एवं अन्य लोग उपस्थित होकर बच्चों का उत्साहवर्धन किया। बच्चों ने सभी महल एवं मन्दिर प्रांगण में प्रभु श्रीराम, सीता माता एवं हनुमानजी के भजन गाकर आनंद उत्सव मनाया। ओपी दीक्षित ने बतौर आभार पुरातत्व विभाग एवं ओरछा निवाडी के समाजसेवियों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की।