ज्योतिबा फुले ने शिक्षा पर समाज को जागृत करने की प्रेरणा दी : सहकारिता मंत्री

महात्मा फुले के विचार और सिद्धांत समाज तक पहुंचाएं : रघुराज
महान समाज सुधारक ज्योतिबाराव फुले की 197वीं जयंती मनाई

भिण्ड, 11 अप्रैल। महात्मा ज्योतिराव फुले का समाज के लिए महत्वपूर्ण योगदान रहा है, जिन्होंने अपने व्यक्तित्व और कृतित्व से समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने के लिए हम सबको प्रेरणा दी। भिण्ड भूमि संतों की भूमि है, जहां उनका पूर्ण सम्मान किया जाता रहा है, यही भाव हम सबके मन में जागृत होना चाहिए और उन्होंने अध्यात्मिकता को भी आगे बढ़ाने का काम किया। यह विचार प्रदेश सरकार के सहकारिता एवं लोकसेवा प्रबंधन मंत्री डॉ. अरविन्द सिंह भदौरिया ने महात्मा ज्योतिबा राव फुले की 197वी जयंती के उपलक्ष्य में कलश मैरिज गार्डन भिण्ड में आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किए।
भाजपा के वरिष्ठ नेता, इटावा के पूर्व सांसद रघुराज शाक्य ने कहा कि महात्मा ज्योतिराव फुले ने बाल विवाह के दुष्परिणामों को लेकर वो लोगों को जागरुक करते रहे। गरीबों और दलितों को सामाजिक न्याय दिलाने के लिए ज्योतिबा फुले आजीवन संघर्ष करते रहे। उन्होंने 1873 सत्यशोधक समाज की स्थापना की। सामाजिक न्याय के प्रति उनके संघर्ष को देखते हुए 1888 में उन्हें महात्मा की उपाधि दी गई।
मप्र बीज विकास निगम के उपाध्यक्ष डॉ. राजकुमार सिंह कुशवाह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की केन्द्र और राज्य सरकार पिछड़ा वर्ग समाज के लिए और अनेकों योजनाओं को उनके घर तक पहुंचाने के लिए कार्य किया है, हमारी सरकार जनहित ऐसी सरकार है और महात्मा ज्योतिवा राव फुले आध्यात्मिक विचारों को समाज तक पहुंचाने का काम कर रही है। उन्होंने महाराष्ट्र में सत्यशोधक समाज की स्थापना की जिसका उद्देश्य दलित लोगों को न्याय दिलाना और उन को शिक्षा के प्रति जागरूक करके उत्पीडऩ रोकना था।
इस अवसर पर समाजसेवी देवेन्द्र सिंह भदौरिया दद्दा ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में भाजपा जिला उपाध्यक्ष अनिल कटारे, सत्येन्द्र सिंह भदौरिया, जिला पंचायत अध्यक्ष कामना सिंह भदौरिया, जिला उपाध्यक्ष शिवराज सिंह यादव, थानसिंह भदौरिया, विजय सिंह कुशवाह भी मंचासीन थे।