खेल की भावना से खेला जाना चाहिए खेल, पहले जैसा उद्योग क्षेत्र अब नहीं : डॉ. तिवारी

भिण्ड, 25 जनवरी। खेल खेल की भावना से होना चाहिए जो आगे निकल जाता है वह प्रथम श्रेणी में आता है, परंतु शारीरिक परिश्रम तो खेल में सभी करते हैं। यह बात सूर्या रोशनी प्रांगण में खेलकूद समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर के वाइस चांसलर डॉ. अविनाश तिवारी ने कही। वे प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी खिलाडिय़ों का उत्साह वर्धन करते हुए कह रहे थे।
उन्होंने कहा कि हमें अपने समय की याद आती है सब लोगों को देखते हुए, हमें भी खेल का बहुत शौक था, वर्ष 1998 में ग्वालियर से भिण्ड जाते समय इस उद्योग क्षेत्र को देखता था बड़ा सुंदरीकरण प्रकाशमान लगता था, परंतु अब मुझे बड़ा खेद होता है कि यह उद्योग क्षेत्र उजड़ा सा लगता है, परंतु सूर्या रोशनी प्रांगण में मुझे यहां का वातावरण एवं प्लांट के खिलाडिय़ों का मनोबल एवं कंपनी की व्यवस्थाएं कर्मचारियों के प्रति जो जन भावना है, उसकी तारीफ बयां करने के लिए हमारे पास शब्द नहीं है। मेरी ओर से प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों जीते हारे सबको बधाई।
सूर्या रोशनी लिमिटेड प्रांगण में वार्षिक खेल प्रतियोगिता संपन्न हुई। इसमें बॉलीवॉल, क्रिकेट, खो-खो, रस्सी कूद, 100 मीटर, 200 मीटर दौड़ एवं भाला फेंक आदि खेल खेले गए। इसमें खिलाडिय़ों को प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान पाने वाले खिलाडिय़ों को प्रमाण पत्र, प्रोत्साहन राशि एवं गिफ्ट देकर पुरस्कृत किया गया। जिसमें सबसे बेस्ट खिलाड़ी योगेन्द्र सिंह तोमर नानेरा को दिया गया, वेे खेलकूद प्रतियोगिता में भाग लेकर सबसे ज्यादा पुरस्कार प्राप्त करने वाले खिलाड़ी रहे। खेल प्रतियोगिता में सभी कर्मचारियों का उत्साह वर्धन करते हुए यूनिट हेड सूर्या रोशनी की तरफ से तपन कुमार बंधोपाध्याय एवं एचआर हेड मुकुल चतुर्वेदी ने मिलकर गिफ्ट देकर पुरस्कृत किया। इस अवसर पर सुनील कुमार मांगे, मुकुल राय, पुरुषोत्तम लाल, संजय सिंह कुशवाह, विनोद राजपूत, पुष्पमणि पाण्डे आदि मौजूद रहे।