जनसुनवाई में 80 प्रतिशत से अधिक विकलांगता वाले दिव्यांगों को निराशा लगी हाथ

मोटराईज्ड साइकिल की जगह मिली ट्राईसाइकिल

भिण्ड, 17 जनवरी। जन सुनवाई के दौरान मंगलवार को कलेक्ट्रेट में करीब आठ विकलांग बंधु विकलांग बल राज्य सचिव सौरभ बघेल के साथ पहुंचे। उनको आशा थी कि उनकी समस्या का समाधान होगा, लेकिन उनको जनसुनवाई में भी निराशा हाथ लगी।

जनसुनवाई कलेक्टर के प्रतिनिधि के रूप में अपर कलेक्टर द्वारा की जा रही थी। बिकलांग बल के राज्य सचिव सौरभ बघेल के अनुराग गत दिवस 14 जनवरी को नि:शुल्क विकलांग उपकरण वितरण शिविर निराला रंग विहार भिण्ड में लगाया गया था, उसमें जो 80 प्रतिशत से अधिक विकलांगता वाले भाई बहिन को कोई भी उपकरण उपलब्ध नहीं कराया गया था, जबकि उनका अक्टूबर माह में शिविरों के माध्यम से रजिस्ट्रेशन जारी हुआ था, उन सबके पास रसीद भी थी। मंगलवार को जनसुनवाई की आस लिए विकलांग बंधु कलेक्ट्रेट पहुंचे, तो जनसुनवाई के माध्यम से उनको समाजिक न्याय विभाग पहुंचाया गया, वहां पर सभी विकलांग जन की पर्ची देखकर ट्राई साइकिल रिक्शा दे दिया गया। जब पीडि़त विकलांग बंधुओ ने बोला कि हमने तो मोटराइज्ड साइकिल (बैटरी वाली साइकिल) के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था, हम तो 80 प्रतिशत से भी अधिक असहाय विकलांग हैं, इस ट्राईसाइकिल को कैसे चला पाएंगे। तब उनको बताया गया कि हम कुछ नहीं कर सकते, ये एलिम्को कंपनी के माध्यम से मिलते हैं। निराश विकलांग बंधु अपनी अपनी ट्राई साइकिल लेकर वापिस घर चले गए। सभी निराश विकलांग बंधुओं का कहना है कि हम संतुष्ट नहीं हैं, अब मजबूर होकर सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराएंगे।
इस दौरान आरती राजावत, भानुप्रताप दौहरे, शैलेश शर्मा, राजवीर नरवरिया, रामलखन शाक्य, नंदकिशोर बघेल, सरनाम राजावत, सतेन्द्र नरवरिया आदि विकलांग बंधु मौजूद थे।