विसेप्रा द्वारा जिले में आयोजित किए जा रहे हैं विधिक जागरूकता शिविर
भिण्ड, 09 नवम्बर। प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण भिण्ड अक्षय कुमार द्विवेदी के आदेशानुसार एवं जिला न्यायाधीश एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सुनील दण्डौतिया के मार्गदर्शन में जिले में विभिन्न स्थानों पर नागरिकों का सशक्तिकरण एवं हक हमारा भी तो है के अंतर्गत विधिक साक्षरता एवं जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया।
लहार के वृद्धाश्रम में वरिष्ठ नागरिकों के अधिकार एवं उनके भरण-पोषण अधिनियम के संबंध में विधिक साक्षरता एवं जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें प्रथम व्यवहार न्यायाधीश कनिष्ठ खण्ड लहार कौस्तुभ खेड़ा एवं वृद्धाश्रम की ओर से उनका स्टाफ पवन सिंह चौहान एवं वृद्धजन सम्मिलित रहे। उधर मेहगांव के शा. महाविद्यालय में संवैधानिक अधिकारों एवं कर्तव्यों तथा भारतीय न्याय व्यवस्था की जानकारी शिविर के दौरान दी गई। शिविर में व्यवहार न्यायाधीश वरिष्ठ खण्ड मेहगांव राकेश कुशवाह, विद्यालय के प्राचार्य राकेश डंगरौलिया एवं स्टाफ तथा काफी संख्या में विद्यार्थी सम्मिलित रहे।
आउटरीच अभियान के अंतर्गत गठित टीमों द्वारा ग्राम बारकलां, चिमनी, अकोड़ा, बजरंग गढ़, स्योंढ़ा, मीसा, कनावर, भगत की गढिय़ा सहित अनेक गांवों में पहुंचकर ग्रामीणजनों को नि:शुल्क विधिक सहायता योजना, मध्यस्थता योजना तथा 12 नवंबर की आयोजित नेशनल लोक अदालत की जानकारी दी गई। साथ ही पेम्प्लेट भी वितरित किए गए। हक हमारा भी तो है, का आयोजन 31 अक्टूबर से 11 नवंबर के तहत तहसील लहार, गोहद, मेहगांव में गठित फील्ड टीमों द्वारा उपजेलों में पहुंचकर बंदियों से पूछताछ कर 70 इन्फोर्मेशन कार्ड जारी किए कर उन्हें नि:शुल्क विधिक सहायता योजना की जानकारी देकर सहायता प्रदाय किए जाने हेतु आवेदन प्राप्त किए गए।