भाजपा सरकार के संरक्षण में हो रहा है दलित उत्पीडऩ
भिण्ड, 26 अक्टूबर। भाजपा सरकार एवं उसके नियंत्रण में चल रहे शिवराज सिंह चौहान के दलित विरोधी आचरण का ही परिणाम है 19 अक्टूबर की हत्या के बाद अब तक पुलिस प्रशासन नेहा जाटव के हत्यारों का सुराग तक नहीं लगा सकी है। हत्यारों का पता लगाने की मांग करने वाले लोगों पर पुलिस ने मुकद्दमा दर्ज कर दिया है। माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने भिण्ड जिले में दलित उत्पीडऩ की बढ़ती घटनाओं पर चिंता प्रकट करते हुए पार्टी राज्य सचिव जसविंदर सिंह के नेतृत्व में प्रतिनिधि मण्डल ने रामगढ़ और दबोहा गांव का दौरा करने के बाद उक्त टिप्पणी की है। प्रतिनिधि मण्डल में जिला सचिव ओमप्रकाश बाथम, जिला सचिव मण्डल सदस्य अनिल दौनेरिया, राजेश शर्मा, सीटू जिलाध्यक्ष विनोद सुमन, जिला उपाध्यक्ष अशोक शर्मा, जनपद सदस्य राजकुमार जाटव, रामकेश केवट, दीने शाक्य, पार्षद मुकेश पवैया शामिल थे।
प्रेस को जारी विज्ञप्ति में माकपा जिला मण्डल सदस्य अनिल दौनेरिया ने बताया कि माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने पाया है कि 10वीं कक्षा में 85 प्रतिशत अंको से बझाई हाईस्कूल से उत्तीर्ण होने वाली नेहा जाटव रामगढ़ा गांव की इकलौती बेटी थी, आगे की पढ़ाई के लिए 10 किमी दूर ऊमरी उमावि में कक्षा 11 की छात्रा थी। विजय दौहरे की एकलौती बेटी स्कूल से घर वापस नहीं लौटीं तो पिता ने ऊमरी पुलिस को सूचना दी, पुलिस का जबाव था कि आप ढूंढ लो, 22 अक्टूबर को जब उसकी साइकिल मिली तो पुलिस का जबाव था साइकिल घर ले जाओ, पुलिस निष्क्रिय बनी रही। 23 अक्टूबर को जब नेहा जाटव की लाश मिली, परिवार जन हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे, पुलिस ने हत्यारों को ढूंढने की जगह मांग करने वाले लोगों पर मुकद्दमा दर्ज कर दिया। भाजपा सरकार में पुलिस अपराधियों का बचाव करती है, फरियादियों पीडि़तों पर मुकदमा दर्ज करती है। माकपा नेता ने पाया नेहा का परिवार बीपीएल कार्ड धारी है, प्रशासन ने अंतिम संस्कार के लिए आर्थिक सहायता भी नहीं दी और न ही कोई मुआवजा।
माकपा प्रतिनिधि मण्डल ने दबोहा गांव में पीडि़त परिवार से मिला, संतोष और धर्मेन्द्र शाक्य के चेहरे डरे सहमे हुए थे, मुडण्न, गले में जूते की माला पहनाकर गांव में घुमाने की घटना के बाद अभी तक गांव में आंतक है, पुलिस की मौजूदगी से साबित हो गया है कि अपराधी जेल से धमकियां भेज रहे हैं, दोनों ही पीढि़त परिवारों से अभी तक विधायक, सांसद, मंत्रियों, नेता प्रतिपक्ष ने मिलकर सांत्वना तक नहीं दी है। माकपा प्रतिनिधि मण्डल ने जिला में दलित उत्पीडऩ की बढ़ती घटनाओं पर जिला के जनप्रतिनिधि की खमोसी दलित में आक्रोश बैचेनी प्रगट कर रही है। पीडि़त परिवारों को शीघ्र मुआवजा और सुरक्षा देने, नेहा के हत्यारों को गिरफ्तार करने परिवार जनों से दर्ज मुकद्दमे वापिस लेने की मांग प्रशासन से की है।