संतों के कारण ही भारत महान है : पाठक जी महाराज

अकोड़ा स्थित बड़ी जग्गा मन्दिर में चल रही है श्रीराम कथा

भिण्ड, 03 अक्टूबर। नगर परिषद अकोड़ा स्थित बड़ी जग्गा मन्दिर में चल रही श्रीराम कथा में कथा व्यास राष्ट्रीय संत पूज्य श्री अनिल पाठक जी महाराज ने कहा कि भारत भूमि पर ही संत हुए हैं, अन्य देशों में नहीं। जिन्होंने विश्व को आध्यात्मिक दर्शन दिया जो विश्व में आदरणीय माना गया। संतों का दर्शन ही आसान निवारक होकर हो कर शुद्ध आत्मरुप आनंद की प्राप्ति हो जाती है, जो साक्षात परमात्मा का दर्शन है। दुख रूप संसार ही परमानंद रूप परमात्मा हो जाता है। केवल नजर बदल ने से नजारा बदल जाता है।
उन्होंने आगे कहा कि श्रीराम जी, अनुसुइया आश्रम गए दिव्या, आलोकिक, आभूषण रुपी वचन दिए जो पति वृत धर्म का निरुपण करते हुए स्त्रियों के आदर्श को प्रस्तुत करते हैं। शांति धैर्य से परमात्मा मिलता है, चंचलता से नहीं। शरीर साधने मन सधता है, बस नहीं चलता है। इस लिए पहले शरीर साधना चाहिए, मन सधने से एकाग्रता आती है, शरीर पर तो बस है पर मन बस नहीं चलता है, पहले शरीर साधना चाहिए। पारीक्षत को बिना हिले डुले कथा सुनना चाहिए।