बच्चों को मुसीबत से निकालने में मदद करती है चाइल्ड लाइन

चाइल्ड लाइन द्वारा चाइल्ड एब्यूज पर जागरुकता कार्यक्रम आयोजित

भिण्ड, 14 जुलाई। चाइल्ड लाइन डायरेक्टर शिवभान सिंह राठौड़ के मार्गदर्शन में चाइल्ड लाइन 1098 एवं ऑल इंडिया एनजीओ एसोसिएशन के सहयोग से महाकालेश्वर पब्लिक स्कूल बीटीआई रोड भिण्ड में चाइल्ड एब्यूज के तहत जागरुक कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन कर रहे नीलकमल सिंह भदौरिया ने बताया कि भारत सरकार एव राज्य सरकार को एक सर्वे के अनुसार यह पता चला कि बच्चों के साथ शोषण का अनुपात बढ़ा है, जिसके कारण भारत सरकार ने चाइल्ड एब्यूज अवेरनेस प्रोग्राम की पहल की। जिससे बच्चे और उनके माता-पिता आसानी से समझ सकें कि हमारे बच्चे जिंदगी में अचनाक से डिप्रेशन में जाने का क्या कारण है, जो बच्चा पढऩे में अच्छा, हसमुख स्वभाक, चंचल प्रवृत्ति का था, उसके जीवन में ऐसा क्या हुआ जो न किसी से बात करता है और एकांत पसंद करता है, जिसका न अब पढ़ाई में लग रहा है, अगर ऐसा होना अपने किसी बच्चे में पाया जाता तो बच्चे के अच्छे दोस्त बनें और उनसे बिना ताने और डरा कर पूछने का प्रयास करें कि कहीं आपका बच्चा किसी तरह से एब्यूज तो नहीं हो रहा है। अगर आपको नहीं समझ पा रहे हैं, तो चाइल्ड लाइन नं.1098 पर कॉल कर मदद मांग सकते हैं, जहां पर बच्चों को उचित काउंसलिंग कर उनको आम जिंदगी वापस लाने का कार्य करती है और बच्चों को मुसीबत से निकालने में मदद करती है। चाइल्ड लाइन 24 घण्टे चलने वाली आपातकालीन सेवा है, जो बच्चों के पुनर्वास के लिए दिन-रात कार्य करती है। आकाश शर्मा ने बच्चों को गुड टच, बेड टच में फर्क समझाया।
स्कूल संचालक रामहेत दुबे ने बच्चों को शिक्षा और शिक्षित होने के फायदे और महत्व समझाया और चाइल्ड एब्यूज पर प्रकाश डालते हुए बताया कि बच्चे अच्छे और बुरे में फर्क नहीं कर पाते कि जो उनके साथ हो रहा है वह सही है या गलत और जब तक उनको यह ज्ञात होता है, इसलिए हर माता-पिता की भी यह जिम्मेदारी है कि अपने बच्चे को चाइल्ड एब्यूज के बारे में बताएं और बच्चों को समय देकर उनके दोस्त बनें, ताकि बच्चे आपको अपने दिल की बात बताने से डरे नहीं। कार्यक्रम में प्राचार्य दिनेश दुबे, चाइल्ड लाइन टीम के अनमोल चतुर्वेदी, अजब सिंह, आइना टीम और स्कूल स्टाफ के सहयोग से बच्चों को स्वल्पाहार कराया गया।