दंदरौआ धाम में नि:शुल्क सुपर स्पेशलिटी शिविर का आयोजन कल

फोर्ट केयर के तत्वावधान में ऋषीश्वर हॉस्पिटल ग्वालियर लगाएगा शिविर, मरीजों को मिलेंगी नि:शुल्क दवा

भिण्ड, 03 अप्रैल। ग्रामीण क्षेत्र में चिकित्सा सुविधा का लाभ उपलब्ध हो सके, विशेषज्ञ चिकित्सक ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचकर लोगों को सेहतमंद बनाने में मददगार बनें, गरीब वर्ग जो कि पैसे के अभाव में या ऐसे लोग जो जानकारी के अभाव में उचित इलाज नहीं ले पाते हैं, उनकी सेवा के उद्देश्य को लेकर ऋषीश्वर अस्पताल ग्वालियर के विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम फोर्ट केयर के साथ मिलकर ऋषीश्वर फाउण्डेशन द्वारा पांच अप्रैल मंगलवार को एक दिवसीय नि:शुल्क सुपर स्पेशलिटी स्वास्थ्य परीक्षण एवं निदान शिविर का आयोजन कराने जा रहा है, जिसकी जानकारी देने के लिए ऋषीश्वर फाउण्डेशन द्वारा जगदीश मैरिज गार्डन में प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया।
ऋषीश्वर फाउण्डर के अध्यक्ष डॉ. नितिन शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि जानकारी अभाव में ग्रामीण क्षेत्रों के लोग चिकित्सीय सुविधाओं का लाभ नहीं ले पा रहे हैं व गरीब वर्ग के लोग पैसों के अभाव में इलाज लेने में असमर्थ हैं, इसीलिए ऋषीश्वर फाउण्डेशन द्वारा कोर्ट केयर के तत्वावधान में पांच तारीख मंगलवार को दंदरौआ में सुपर स्पेशलिटी नि:शुल्क स्वास्थ्य परामर्श एवं निदान शिविर का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें करीब 10 से अधिक सुपर स्पेशलिस्ट और कई स्पेशलिस्ट डॉक्टर आएंगे, जो सुपर स्पेशलिस्ट इस शिविर में नहीं जुड़ पाए उसके लिए हम दो महीने बाद एक और शिविर का आयोजन किसी अन्य जगह करेंगे। शिविर एक दिवस का रहेगा, लेकिन शिविर में जो पर्चा बनेगा यदि एक माह के अंदर वो पर्चा लेके मरीज उस डॉक्टर के पास जाता है तो उसको जांचों में 50 प्रतिशत की छूट दी जाएगी, शिविर में जो भी जांचे होंगी, वो नि:शुल्क रहेंगी तथा हमने तकरीबन पांच लाख रुपए की दवा नि:शुल्क देने का लक्ष्य रखा है। मरीजों की जांच कर उन्हें दवा दी जाएगी। हमारा उद्देश्य है कि हमारे यहां गरीब परिवार जो कि पैसे के अभाव में जांच करवाने में और दवा लेने में असमर्थ हैं उनका इलाज कर सकें।
उन्होंने यह भी बताया कि शिविर में हिस्सा लेने वालों को फोर्ट केयर के वरिष्ठ डॉक्टर चिकित्सकीय सलाह देंगे तथा मरीजों को मुफ्त में दवाइयां भी बांटेंगे। इस शिविर का मुख्य उद्देश्य विभिन्न बीमारियों, जांच, उपचार और प्रयासों के महत्व के बारे में लोगों को जागरुक बनाना और शिक्षित करना है। यह शिविर ऐसे आयोजनों में से एक होगा, जिसमें भिण्ड जिले के लोगों को क्षेत्र की विभिन्न निदेशकों की हिस्सेदारी देखने को मिलेगी और ऑन्कोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, कार्डियोलॉजी आदि से जुड़ी बीमारियों को लेकर सलाह दी जाएगी।