जहां ज्ञान भक्ति और वैराग्य का मिलन हो, वही प्रयाग है : मां कनकेश्वरी देवी

खनेता में आध्यात्मिक समारोह 24वां वार्षिकोत्सव का दूसरा दिन

भिण्ड, 11 फरवरी। गोहद तहसील के खनेता ग्राम में स्थित श्रीरघुनाथ जी मन्दिर मन्दिर में संत श्री विजयराम दासजी महाराज के 24वां वार्षिकोत्सव में विशाल आध्यात्मिक सामरोह एवं श्रीराम कथा का आयोजन किया जा रह है। जिसके दूसरे दिन देश की ख्यातिनाम संत मां कनकेश्वरी ने मंच से प्रवचन एवं श्रीराम कथा का वाचन किया। इस अवसर पर विजयराम धाम खनेता के महंत श्रीश्री 1008 महामण्डलेश्वर श्री रामभूषण दास महाराज मंचासीन थे। यह आयोजन आगामी 16 फरवरी तक चलेगा।
आध्यात्मिक समारोह के दूसरे दिन मां कनकेश्वरी देवी ने कहा कि जब-जब माघ मास में मकर राशि के सूर्य होते हैं तो सभी संत वृन्द प्रयागराज में एक माह के लिए निवास करते हैं, भरद्वाज जी महाराज का आश्रम भी तीर्थराज प्रयाग में है। वहीं निवास करते हैं, प्रयाग किसको कहते हैं, जहां ज्ञान भक्ति और वैराग्य का मिलन हो, वही प्रयाग है। अर्थात ज्ञान रूपी गया, भक्ति स्वरूपा यमुना और वैराग्य रूपा सरस्वती आपस में मिलती हैं, वही प्रयाग है।
कथा के मध्य पधारे श्रद्धेय श्री श्रवणानंद जी महाराज ने कहा कि रामायण विश्व की धरोहर है और हमारे समाज को जो दिशा हीन है, उसको दिशा प्रदान करने वाला ग्रंथ है। समारोह के दौरान पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा, मप्र गृह निर्माण एवं अधोसंरचना विकास मण्डल अध्यक्ष (केबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त) आशुतोष तिवारी, दिमनी के पूर्व विधायक बलवीर सिंह डंडोतिया, कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष नाथूराम चुरारिया, वरिष्ठ पत्रकार महेश मिश्रा, महेश चौधरी, पुरषोत्तम राजौरिया, हरीओम शर्मा, युवा नेता अश्वनी त्यागी आदि उपस्थित रहे।