शांतिनाथ चैरिटेबल हॉस्पिटल के शिलान्यास को हुआ एक वर्ष

मुनि श्री 1008 विहसंत सागर के नेतृत्व में मनाया जन्मोत्सव

भिण्ड, 09 फरवरी। फूफ कस्बे में स्थित संभाग का पहला जैन धर्मार्थ अस्पताल एवं संत आश्रय निर्माणाधीन है। जिसका प्रथम वार्षिकोत्सव मप्र राजकीय अतिथि दर्जा प्राप्त मेडिटेशन गुरू विहसंत सागर महाराज के सानिध्य में धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम में णमोकार मंत्र का पाठ एवं भजन किए गए। मीडिया प्रभारी अमत जैन सेंकी ने बताया कि गत वर्ष आज ही के दिन इन अस्पताल की आधारशिला रखी गई थ्ज्ञी। जिसका निर्माण कार्य काफी तेज गति से चल रहा है।
कस्बे में आज ही के दिन एक वर्ष पूर्व जैन धर्म के मेडिटेशन गुरु मुनिश्री 1008 विहसंत सागर महाराज द्वारा फूफ में शांतिनाथ चैरिटेबल धर्मार्थ हॉस्पिटल का शिलान्यास व लोकार्पण किया गया था। लेकिन कोरोना वायरस की लहर आने के बाद लोगों को व्यवसाय में घाटा पढऩे व बेरोजगारी बढऩे के कारण हॉस्पिटल का कार्य कुछ देरी से शुरू हुआ। इसके बाद अब कुछ महीनों से चैरिटेबल हॉस्पिटल का कार्य चालू है। इसके शिलान्यास को एक वर्ष पूरा हो जाने के अवसर पर मुनिश्री द्वारा हॉस्पिटल बनने के चल रहे कार्य का मुआयना कर वर्षगांठ के रूप में मनाया गया। साथ ही मुनिश्री द्वारा हॉस्पिटल बनवाने के लिए निस्वार्थ भाव से लगे लोगों व भामा पशु आहार संस्था के लोगों को पट्टा पहनाकर सम्मानित किया गया।


गुरूदेव विहंसत सागर महाराज ने कार्यक्रम में संबोधित करते हुए कहा कि इस अस्पताल को बनाने का मुख्य उद्देश्य संभाग की मंहगी मेडीकल व्यवस्थाओं की कमिययों को पूरा करना है, जिससे साधारण व्यक्ति को अच्छा इलाज मुफ्त में आसानी से उपलब्ध हो सके। दवा ओर दुआ एक साथ प्राप्त हो। कार्यक्रम में भागचन्द्र जैन, सचिन जैन, मनीष जैन, सुनील जैन, महेन्द्र जैन, छन्नू जैन, धर्मेन्द्र जैन, अमन जैन, रामपाल कुशवाह, योगेन्द्र सिंह भदौरिया, राजेश दुबे, रामबहादुर प्रजापति सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।

एक चौथाई भुगतान में होगा इलाज

मुनिश्री ने बताया कि शांतिनाथ चैरिटेबल हॉस्पिटल बनने के बाद इस हॉस्पिटल में निजी अस्पतालों की अपेक्षा एक चौथाई भुगतान में एक्स-रे, अल्ट्रासाउण्ड, ब्लड टेस्ट जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसमें हर धर्म व वर्ग का गरीब से गरीब व्यक्ति अपना इलाज करवा सकेगा।