बाजरा की खरीद हुई फसल वापसी पर कांग्रेस ने दी चेतावनी
भिण्ड, 08 जनवरी। समर्थन मूल्य पर बाजरा खरीदी में आ रही उलझनों ने किसानों की मुसीबत भाजपा सरकार और जिला प्रशासन ने बढ़ा दी है। इससे एक बार ये फिर स्पष्ट हो गया है, भाजपा सरकार किसान विरोधी है, जो बार बार किसानों के साथ अन्याय करने से बाज नहीं आ रही हैं। ये आरोप कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता डॉ. अनिल भारद्वाज ने लगाए।
डॉ. भारद्वाज ने कहा कि जिले में 22 नवंबर से समर्थन मूल्य पर बाजरा की खरीदी शुरू हो गई हो गई थी, लेकिन भिण्ड क्षेत्र के कई खरीद केन्द्रों पर अब तक बाजरा खरीदी नहीं हुई है। जिन खरीद केन्द्रों को चालू कर दिया गया है, उन पर किसानों के बाजरा की गुणवत्ता को हल्का बताकर खरीदी से इंकार किया जा रहा है, ये निंदनी है। कांग्रेस नेता ने कहा कि समर्थन मूल्य पर बाजरा का भाव 2250 रुपए क्विंटल है, लेकिन खरीदी सेंटरों से वापस लौटाए जा रहे किसान बाजार में इस बाजरे को 1500 रुपए क्विंटल में बेचने को मजबूर हैं। अगर बाजरा की फसल में गुणवत्ता की कमी है तो सरकार को फसल वापस न कर जिले के किसानों को मुआवजा देना चाहिए।
डॉ. भारद्वाज ने कहा सरकार की हठधर्मिता के कारण किसान विरोध को मजबूर है। मैं सरकार से मांग करता हूं कि सरकार अपनी हाथधर्मिता छोड़कर इस विषय पर तुरंत निर्णय लेकर बाजरा की खरीद करें, या मुआवजा देकर प्रदेश और जिले के किसानों को राहत प्रदान करें। कांग्रेस पार्टी किसानों की इस मांग का पूर्ण समर्थन करती है और उनके साथ खड़ी है। साथ ही जिला किसान कांग्रेस के नेतृत्व में सोमवार को कलेक्ट्रेट का घेराव कर प्रदर्शन करेगी।