नशा मुक्त समाज का आरंभ स्वयं से होता है : कंसाना

– शा. महाविद्यालय मौ में नशामुक्ति कार्यशाला एवं पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित

भिण्ड, 04 अगस्त। शासकीय महाविद्यालय मौ की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वावधान में प्रथम पाली में ‘नशा मुक्त युवा फार विकसित भारत : नशे से दूरी, है जरूरी’ कार्यशाला का आयोजन किया गया तथा द्वितीय पाली में ‘एक पेड मां के नाम’ के अंतर्गत पौधारोपण किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि कार्यक्रम समन्वयक राष्ट्रीय सेवा योजना जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर प्रो. हरीशंकर कंसाना ने बताया कि नशा मुक्त समाज का आरंभ स्वयं से और फिर परिवार से होता है। इसी से एक राष्ट्र विकास की ओर अग्रसर हो सकता है। उनको कार्यक्रम के स्वयं सेवकों का अनुशासन सुखद लगा। कार्यक्रम के विषय-प्रवर्तक और मंच-संचालक डॉ. विकास कुमार ने कहा कि नशा एक सामाजिक बुराई है जिससे दूरी रखना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। विकसित भारत के लिए नशे से युवा की आजादी जरूरी है।
मुख्य वक्ता और विशिष्ट अतिथि नगर परिषद अध्यक्ष सज्जन सिंह यादव ने युवाओं को नशे से दूर रहने का संदेश दिया। उन्होंने अपने समाज के युवाओं को मौ का इतिहास बताते हुए नशे के प्रति जागरूक किया। विशिष्ट अतिथि शा.महर्षि अरविन्द महाविद्यालय गोहद के जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष पुष्पेंद्र सिंह गुर्जर ने युवाओं को राष्ट्र की सेवा के लिए स्वयं और समाज के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने के लिए कहा। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य विक्रम सिंह दोहरे ने की। उन्होंने कार्यक्रम में स्वयंसेवकों के उत्साह और अनुशासन की सराहना की। युवा-मन को नशा नहीं खेल है जरूरी कहा। कार्यक्रम में डॉ. पीयूष शर्मा, डॉ. अमित कुमार दुबे, डॉ. देशराज सिंह, डॉ. राघवेन्द्र सिंह दांगी, डॉ. विकास कुमार, तान्या जैन, समस्त स्टाफ तथा सत्यदीप यादव और वेदप्रकाश यादव का सक्रिय सहयोग रहा। कार्यक्रम में 112 स्वयं सेवकों की उपस्थित रहे जिनका उत्साह और अनुशासन देखते ही बनता था।