भिण्ड, 22 मई। देश और राज्य एवं जिला में भारतीय जनता पार्टी की लोकप्रियता है, तीन विधायक हैं, सासंद है, नगर पालिका एवं जनपद पंचायत, जिला पंचायत सभी भाजपा के पास हैं, लेकिन मुख्यमंत्री के सामने भीड बढाने का सबाल आता है तो महिला बाल विकास विभाग द्वारा एवं परियोजना अधिकारी तथा सैक्टर पर्यवेक्षक सभी आंगनबाडी कार्यकर्ता सहायिका पर मौखिक दबाव आदेश दिया जा रहा है कि मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में बिना यूनिफॉर्म के शामिल होना है, ताकि मीडिया एवं जनता को दिखाई दे कि भाजपा की नीतियां जनहितैषी हैं। यह आरोप सीटू जिला महासचिव अनिल दौनेरिया ने प्रेस को जारी विज्ञप्ति में भाजपा सरकार एवं जिला प्रशासन पर लगाया है।
दौनेरिया ने मांग की है कि आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को मौखिक नहीं, लिखित आदेश के माध्यम से बुलाया जाए। कार्यकर्ताओं को ड्रेस में बुलाया जाए उन्हें अन्य कर्मचारियों की तरह टीए-डीए की व्यवस्था की जाए, बीमार होने पर नि:शुल्क इलाज की व्यवस्था की जाए। कार्यकर्ताओं का जीवन किसी तरह संकट में आता है तो सक्षम अधिकारी के आदेश पर शामिल हुई थी आगे सभी प्रकार की सहायता प्राप्त हो सके जिस तरह ड्यूटी के दौरान हादसा होने पर अन्य कर्मचारियों को लाभ मिलता है आगे एक दिन का सामूहिक अवकाश दिया जाए।
सीटू जिला महासचिव अनिल दौनेरिया बताया कि भीषण गर्मी में कार्यकर्ता बीमार होने के कारण आंगनबाडी केन्द्र नहीं खोल पाता है, तो उसे कारण बताओ नोटिस जारी कर दिए जाते हैं, क्योंकि बच्चों की देखभाल स्वास्थ्य प्रभावित होता है, नेटवर्क समस्या के चलते पोषण टैकर ऐप में जानकारियां भेजने में विलंब होने पर मानदेय काट लिया जाता है। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में भीड बढाने के लिए जिले के समस्त आंगनबाडी केन्द्रों को एक दिन के लिए बंद रखा जाएगा, बच्चों को मिलने वाले भोजन से लेकर आंगनबाडी के समस्त कार्य ठप रहेंगे। उन्होंने बताया कि सिंदूर सफलता के लिए भारतीय जनता पार्टी की तिरंगा यात्रा निकाली जा रही है, उसमें भी बिना ड्रेस के भीड बढाने का कार्य आंगनबाडी कार्यकर्ता, सहायिका कर रही हैं। जबकि तिंरगा यात्रा भाजपा की है, जिसकी सफलता भी प्रशासन के सहयोग पर निर्भर है, जो विश्व की सबसे बडी पार्टी होने की पोल खोलती है।