लावारिश हालत में पडा कृषक प्रशिक्षण केन्द्र भवन, कोई नहीं ले रहा सुध

– असामाजिक तत्व पहुंचा रहे क्षति, देख-रेख के अभाव में हो रहा जर्जर

भिण्ड, 03 सितम्बर। मप्र शासन जल संसाधन विभाग ने लाखों रुपए खर्च कर आलमपुर नगर में करीब 22 साल पहले बिजली घर के पास कृषक प्रशिक्षण भवन सह विश्राम गृह का निर्माण कराया था। लाखों रुपए की लागत से निर्मित उक्त सरकारी भवन पिछले कई वर्षों से लावारिश हालत में पडा हुआ है। इस सरकारी भवन की देख रेख न होने के कारण जर्जर होता जा रहा है।

बताया जाता है कि कृषक प्रशिक्षण भवन सह विश्राम गृह लावारिश हालत में पडे रहने के कारण उसके अंदर शौचालय के गढ्डे पर चढे सभी पत्थरों, कमरे में लगे दरवाजे तथा बोरबेल से पानी सप्लाई के लिए लगे नल कनेक्शनों को असमाजिक तत्वों ने तोड दिया है। यदि कृषक प्रशिक्षण भवन सह विश्राम गृह के अंदर घुसकर देखा जाए तो समूचे परिसर में कई तरह के पेड पौधे सहित घुटनों तक खरपतवार उग गया है। खास बात तो यह है कि वर्षों से इस सरकारी भवन की न तो पुताई हुई और न ही इस भवन की देख-रेख करने के लिए कोई जिम्मेदार कर्मचारी मौजूद है। बताया जाता है कि इस सरकारी भवन में अक्सर असमाजिक तत्वों व शराबियों का जमावडा लगा रहता है। आलमपुर नगर में यह भवन पिछले कई वर्षों से लावारिश हालत में पडा हुआ है। लेकिन लाखों रुपए की लागत से निर्मित इस भवन की विभागीय अधिकारी बिल्कुल भी सुध नहीं ले रहे है। यदि शासन-प्रशासन इस अनुपयोगी भवन को किसी अन्य सरकारी संस्था के सुपुर्द कर दे तो इस भवन का सदुपयोग होता रहेगा। अन्यथा यह भवन एक दिन पूरी तरह से जर्जर होकर धराशायी हो जाएगा। बताया जाता है कि कृषक प्रशिक्षण केन्द्र सह विश्राम गृह परिसर के अंदर बने कुआ में गायों की गिरकर मौत भी हो चुकी है।