मिशन वत्सल एवं बेटी बचाओ-बेटी पढाओ योजना के तहत प्रशिक्षण सह कार्यशाला आयोजित

भिण्ड, 03 सितम्बर। सर यदि हमें कोई परेशान करे या कोई डराए तो उसकी शिकायत हम कहां करें और हमें क्या करना चाहिए। यह बात केन्द्रीय विद्यालय में मिशन वात्सल्य के तहत आयोजित प्रशिक्षण सह कार्यशाला में छात्राओं ने उपस्थित बाल संरक्षण अधिकारी अजय सक्सेना से कही। जिला भिण्ड अंतर्गत कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी संजय कुमार जैन के निर्देशन में केन्द्रीय विद्यालय में मिशन वत्सल योजना एवं बेटी बचाओ-बेटी पढाओ योजना के तहत प्रशिक्षण सह कार्यालय का आयोजन किया गया।
छात्राओं का प्रश्नों का जवाब देते हुए बाल संरक्षण अधिकारी अजय सक्सेना ने बताया कि सबसे पहले हमें सुरक्षित और असुरक्षित स्पर्श को समझना होगा। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि हमारे शरीर में कुछ प्राइवेट पार्ट्स होते हैं, जिनको देखने और छूने की मनाही रहती है, कोई भी उन्हें नहीं देख सकता ना ही छू सकता है, यदि कोई ऐसा करें या करने की कोशिश करे तो निश्चित तौर पर असुरक्षित स्पर्श माना जाएगा और इसका विरोध करना है। सर्वप्रथम सामने वाले व्यक्ति को मना करें, यदि वह न माने तो चिल्लाएं और उसके बाद भाग कर सुरक्षित जगह पर जाएं। उसके पश्चात सारी बात अपने संरक्षक को बताएं।

उन्होंने अवगत कराया कि सामान्यत इन घटनाओं के पीछे भय अथवा लालच होता है और हमें किसी भी प्रकार का लालच नहीं करना है, ना ही किसी से डरना है, यदि कोई व्यक्ति आपसे किसी चीज को छुपाने के लिए बोलता है, यह बोलता है कि हमारे आपस की बात है हमारा पर्सनल सीक्रेट है, तत्काल सतर्क हो जाएं और यह समझें कि दुनिया में ऐसी कोई भी बात नहीं है जो हम अपने माता-पिता अथवा संरक्षक को ना बता सकें, कृपया सभी बात अपने माता-पिता को बताएं किसी से डरे नहीं ना ही लालच में है। उसके पश्चात पोक्सो अधिनियम के तहत पोक्सो ई बॉक्स पर ऑनलाइन शिकायत करने का तरीका बताया, जिसमें गूगल पर चवबेव ई बॉक्स को टाइप करने के पश्चात उसे विंडो पर अपनी शिकायत की जा सकती है। इसके अलावा आप बाल शोषण की शिकायत चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर, महिला बाल विकास, बाल कल्याण समिति अथवा पुलिस को भी कर सकते हैं। कानून में पीडित व्यक्ति से पुलिस सादा वर्दी में बात करेगी बच्चों को पुलिस थाने नहीं बुलाया जाएगा साथ ही सपोर्ट पर्सन नियुक्त का प्रावधान है, जिसमें पुलिस अथवा न्यायालय सपोर्ट पर्सन के माध्यम से ही बालक से पूछताछ कर सकेगा। अधिनियम में पीडित द्वारा अपराधी का आमना सामना नहीं कराए जाने का प्रावधान है और अधिनियम में रिपोर्ट करना अनिवार्य रखा गया है, अर्थात अपराध की जानकारी होने पर छुपाना भी अपराध है।
बाल संरक्षण अधिकारी अजय सक्सेना ने अवगत कराया कि राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो के आंकडों के अनुसार लगभग हर सातवां बालक किसी न किसी तरीके से यौन शोषण से पीडित है और ऐसे अपराध लडकियों की तुलना में लडकों के साथ अधिक हुए हैं लगभग 50 प्रतिशत से अधिक बच्चे ने किसी न किसी रूप से बाल शोषण का सामना किया है और यह वह आंकडे हैं जिनकी रिपोर्ट की गई है बहुत सारे केस तो रिपोर्ट में नहीं आ पाते है। इसके बाद मिशन शक्ति सामथ्र्य के तहत बेटी बचाओ-बेटी पढाओ अंतर्गत बाल संरक्षण अधिकारी द्वारा बढते साइबर अपराधों के प्रति सभी को अवगत कराया गया कि सोशल मीडिया का नियंत्रित उपयोग करें साथ ही थर्ड पार्टी एप डाउनलोड ना करें, अपनी निजी तस्वीर किसी भी डिवाइस में संरक्षित ना रखें और ना ही किसी को शेयर करें। फेसबुक ट्विटर इंस्टाग्राम जैसी सोशल नेटवर्किंग साइटों का उपयोग करते हुए अनजान फ्रेंड रिक्वेस्ट ना स्वीकार करें, अधिकांश लोग अधिक से अधिक फॉलोअर बढाने के चक्कर में हम सभी की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार कर लेते हैं जो कहीं ना कहीं बाद में हमारे लिए ही समस्या बन जाती है, साथ ही भारत सरकार का ट्विटर हैंडल साइबर दोस्त के बारे में जानकारी दी गई, साइबर क्राइम से संबंधित कैलेंडर छात्रों को वितरित किए गए उसमें समझाया गया कि थोडी सी सजकता बडे से बडे अपराधों को रोक सकती है। आगे अवगत कराया कि किसी भी प्रकार की निजी फोटो अथवा वीडियो कहीं भी शेयर ना करें और यदि कोई व्यक्ति इनको लेकर आपको परेशान करता है तो बिल्कुल परेशान ना हो और उसकी तत्काल रिपोर्ट जिले के साइबर क्राइम कार्यालय में और भारत सरकार के ऑनलाइन पोर्टल पर उसकी शिकायत कर सकते हैं अथवा साइबर दोस्त जो कि भारत सरकार का पोर्टल है उसे पर टैग कर सकते हैं इसमें किसी भी प्रकार से डरने की आवश्यकता नहीं है सभी को यह भी अवगत कराया गया कि आपकी मोबाइल डिवाइस में किसी भी प्रकार का डाटा स्थाई तौर पर डिलीट नहीं होता है आपने किसी निजी फोटो को एक बार क्लिक करने के बाद यह डिलीट भी कर दिया है तब भी विभिन्न प्रकार के सॉफ्टवेयर से वह रिकवर हो जाता है, सभी से इस चीज की अपेक्षा की गई कि कोई भी अपनी ऐसी निजी फोटोस वीडियो फोन में सेव करके ना रखें, उनकी आवश्यकता ही नहीं है हमेशा सुरक्षित रहें। इसके अलावा ऑनलाइन गेमिंग और कोविड के समय से जब बच्चों के हाथ में भी फोन आ गया था, उसे समय से साइबर क्राइम की घटनाएं बहुत बढ गई है, ऑनलाइन गेमिंग के दौरान हम अनजान लोगों से जुडे जाते हैं और धीरे-धीरे अपनी व्यक्तिगत जानकारी भी साझा करने लगते हैं जो बाद में बहुत बडी समस्या का कारण बन सकता है, ऐसा कोई भी अनजान फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें अपनी झूठी तारीफ से बचे हैं कोई सोशल साइट पर आपको गुमराह कर रहा है तो उनसे बचें सामान्यत: हम अपनी तारीफ सुनकर प्रभावित हो जाते हैं और अपने निजी जानकारियां शेयर करने लगते हैं।
कार्यक्रम में विद्यालय के प्राचार्य अजय कुमार सक्सेना भी उपस्थित रहे, जिन्होंने सभी छात्रों से अपेक्षा की कि कार्यशाला में बताई गई चीजों को वह अपने ध्यान में रखेंगे और और सारी जानकारी अपने घर पर जाकर अपने माता-पिता को बताएंगे कहीं भी किसी से भी डरने की आवश्यकता नहीं है और यह बात पुन दोहराई गई कि ऐसा कोई सीक्रेट नहीं है जो हम अपने माता-पिता से सांझा न कर सके सारी बातें अपने परिजन से साझा की जाए, कार्यशाला में आनंद मिश्रा लेखापाल उपस्थित रहे।
विदित है कि एक से 30 सितंबर तक मप्र शासन महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा पोषण माह का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें जानकारी देते हुए अजय सक्सेना ने अवगत कराया कि हमें अपने दैनिक दिनचर्या स्वस्थ रखते हुए स्वस्थ जीवन जी सकते हैं, उन्होंने अवगत कराया कि सुबह का नाश्ता राजा की तरह अर्थात समृद्ध होना चाहिए और रात का खाना बिल्कुल हल्का होना चाहिए, हमें अपना नाश्ता अपने वजन के 10 गुना, जो भी निकल कर आता है उतने ग्राम का नाश्ता करना चाहिए। उदाहरण के तौर पर यदि हमारा वजन 40 किलो है तो हमें 400 ग्राम नाश्ता करना चाहिए और वह नाश्ता फ्रूट्स सलाद हो सकता हैं, उसके बाद खाना खाना चाहिए। खाने में अधिक से अधिक सलाद का उपयोग करें, दो अनाज को अर्थात गेहूं, चावल या कोई भी अनाज को एक साथ ना खाएं, कोशिश करें कि एक बार में एक ही अनाज खाएं, अंकुरित चीज अपनी डाइट में शामिल करें और बाजार का तला खाना कम से कम उपयोग करें।
कार्यक्रम में अंत में एक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न प्रश्न किए गए, जिसका सही जवाब देने वाले छात्रों को पुरस्कृत किया गया ।कार्यक्रम में उपस्थित विद्यालय के सभी लगभग एक हजार छात्रों को पेन चॉकलेट वितरित किए गए एवं उन्हें साइबर क्राइम और बेटी बचाओ-बेटी पढाओ योजना के तहत प्रशिक्षण सामाग्री प्रदाय की गई। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के प्राचार्य अजय कुमार सक्सेना ने आभार व्यक्त किया।