कोविड के चलते भीड़-भाड़ रही कम, प्रशासन ने की पर्याप्त व्यवस्थाएं
भिण्ड, 14 सितम्बर। दंदरौआ धाम में मंगलवार को पांच लाख से अधिक लोगों ने दर्शन किए। हालांकि कोविड की वजह से संख्या कम रही, लेकिन पिछली साल की अपेक्षा भक्तों में भारी बढ़ोतरी रही। दंदरौआ धाम में मन्दिर परिसर के साथ बाहर जगह-जगह भण्डारे के आयोजन किए गए। लोगों को भगवान की प्रसादी वितरित की। मन्दिर को अद्भुत सजाया गया था। हनुमानजी का श्रृंगार भी सखी रूप में किया गया।
दंदरौआ महंत श्री रामदास महाराज ने बताया कि बुढ़वा मंगलवार को विशेष सखी रूप में बजरंग बली को सजाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि जब लंका में मां सीता की खोज में हनुमानजी समंदर लांघकर गए थे, तो अशोक वाटिका में वह सखी रूप में माता के पास पहुंचे थे। अंत में मां सीता ने हनुमानजी को चिरंजीवी रहने का वरदान दिया था। इसलिए हनुमानजी अजर अमर हैं।
मन्दिर से दो किमी दूर रोके वाहन
प्रवक्ता जलज त्रिपाठी ने बताया दंदरौआ मन्दिर पहुंचने के लिए तीन पहंच मार्ग थे। इनमें मौ की ओर से आने वाले घमूरी, मेहगांव की ओर से आने वाले चिरौल एवं गोहद इलाके से आने वाले मडऱौली की ओर से मन्दिर पहुंचे। यातायात में परेशानी नहीं आए इस दृष्टि से उक्त गांवों पर ही चार पहिया वाहन रोके गए। श्रृद्धालु वहां से पैदल मन्दिर परिसर पहुंचे। उधर दो पहिया वाहनों से आने वाले श्रृद्धालुओं को राहत प्रदान की गई। हालांकि दो पहिया वाहन मन्दिर परिसर के पास नहीं पहुंचे, लेकिन उन्हें कुछ दूरी पर रोककर खेतों में पार्क करवा दिए जाने की व्यवस्था की गई है।