भिण्ड, 22 दिसम्बर। क्षेत्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज प्रशिक्षण केन्द्र ग्वालियर द्वारा नवनिर्वाचित सरपंचों का जनपद पंचायत सभागार भिण्ड में तीन दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ गुरुवार को किया गया। जो शनिवार तक चलेगा। जिसमें नवनिर्वाचित सरपंचों को पंचायत चलाने के लिए तीन दिवसीय बेसिक ओरियंटेशन प्रशिक्षण शुरू किया गया, पंचायती राज को सफल बनाने के लिए शासन के आदेश पर क्षेत्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज प्रशिक्षण केन्द्र के नोडल अधिकारी शैलेन्द्र सिंह कुशवाह के मार्गदर्शन में चलाया जा रहा है।
प्रशिक्षण नोडल अधिकारी शैलेन्द्र सिंह कुशवाह ने पंच सरपंचों को बताया गांव का विकास करणी योजनाएं कैसे बनाई जाती हैं, डीपीआर तैयार करना, उसे कैसे मंजूर कराया जाता है, इसके अलावा दस्तावेजों का संरक्षण कैसे किया जाता है, विकास के लिए कहां-कहां से राशि बनाई जा सकती है तथा पंच व सरपंचों के क्या-क्या अधिकार हैं, विकास के लिए राशि मंगाई जा सकती है, उसका उपयोग किस प्रकार किया जाता है, भुखमरी को कैसे दूर किया जा सकता है, पंचायत के चौमुखी विकास पर प्रकाश डाला।
प्रशिक्षण में मास्टर रिसोर्स पर्सन योगेश यादव ने प्रशिक्षण देते हुए पंच सरपंच को संविधान और शासन प्रणाली, ग्राम सभा के अधिकार, ग्राम पंचायत के काम एवं जिम्मेदारी, ग्राम पंचायत की स्थाई समितियां एवं बैठक ग्राम पंचायत की आमदनी के स्त्रोत एवं पंचायत ग्राम पंचायत के आय व्यय का लेखा तथा ऑडिट आदि के बारे में पंच सरपंच को जानकारियां विस्तार पूर्वक दी। इस अवसर पर एमआरपी श्रीमती ममता शर्मा, राहुल शर्मा एवं शैलेन्द्र परमार आदि ने अपने-अपने विषयों पर पंच सरपंचों को जानकारी उपलब्ध कराई। इस प्रशिक्षण में पंचायत के विकास करने के तरीके सिखाए गए तथा ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान करने के टिप्स दिए गए। परीक्षण में उपस्थित पंच सरपंच को हर तरह की संभव मदद करने का आश्वासन प्रशिक्षणार्थियों द्वारा दिया गया।