फार्मेसी कॉलेज लहार में चल रही है श्रीमद् भागवत कथा
भिण्ड,14 अप्रैल। लहार नगर के फार्मेसी कॉलेज में लहार विधायक डॉ. गोवन्दि सिंह द्वारा श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह का आयोजन कराया जा रहा है। जिसमें तीसरे दिन व्याख्यान देते हुए आचार्य गोस्वामी श्री मृदुल कृष्ण जी महाराज ने कहा कि प्रार्थना एक ऐसी संस्तुति है जो अपने इष्ट के प्रति बिना किसी देरी के बिना किसी के सहारे तत्क्षण परमात्मा के पास पहुंच जाती है। उन्होंने बताया कि संसार की किसी वस्तु को एक स्थानसे दूसरे स्थान पर भेजने के लिए पोस्टमैन की आवश्यकता पड़ती हैं, लेकिन हृदय से समर्पित की गई प्रार्थना एक ऐसी अभिव्यक्ति है जो बिना किसी पोस्टमैन के ही तत्क्षण गंतव्य स्थान तक पहुंच जाती है।
कथा में कपिल देवहुति सवांद पर प्रकाश डालते हुए आचार्यश्री ने कहा कि देवहूति जी ने पति कर्दम के वन की ओर चले जाने पर पुत्र कपिल के पास आई और प्रार्थना करते हुए बोली कि हे प्रभु हमें संसार के बंधन से मुक्त होने का मार्ग प्रदान करें। मां देवहुति की प्रार्थना को भगवान कपिल ने तत्क्षण स्वीकार किया और ऐसा उपदेश प्रदान किया कि देवहूति जी संसार सागर से मुक्त होकर सिद्धिरा नाम की नदी के रूप में परणित होकर मुक्त हो गई। आगे सती चरित्र की उपारूपान आचार्यश्री ने विस्तार से श्रोताओ को श्रवण कराया, जिससे कथा प्रांगण का वातावरण शिव मय हो गया। परम भक्त ध्रुव के चरित्र पर व्याख्यान देते हुए उन्होंने कहा कि मात्र पांच वर्ष की अवस्था में ध्रुव को दर्शन देकर अखण्ड राज्य प्रदान करते हुए उनके लिए ध्रुव लोक का निर्माण मेंकर दिया।
आचार्यश्री ने बताया कि प्रभु के दर्शन के लिए व्यक्ति को सत्संग सेवा सुमिरन में हमेशा लीन रहना चाहिए और अपने को मानव बनाने का प्रयत्न करो तुम यदि इसमें सफल हो गए, तो तुम्हें इस कार्य में सफलता निश्चित रूप से प्राप्त होगी। कुसंगति की अपेक्षा अकेले रहना सबसे उत्तम कार्य है। कल की कथा में विशेष महोत्सव के रूप में श्रीकृष्ण जन्म (नंदोत्सव) धूमधाम से मनाया जाएगा। आप सभी कथा प्रेमी भक्त सपरिवार सादर आमंत्रित है।