भिण्ड, 27 अक्टूबर। जिले में सोमवार को सुबह से रात्रि तक हुई बे-मौसम बारिश के कारण किसानों की खेतों में पकी खड़ी धान की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। बरसात ने किसानों की चिंता बढ़ा दी हैं।
आलमपुर क्षेत्र के अधिकांश किसानों ने खरीफ फसल के दौरान धान की फसल करते है। और इस समय किसानों की धान की फसल पकी हुई अवस्था में खेतों में कटने के लिए खड़ी हुई है। लेकिन बीते सोमवार को मौसम का मिजाज अचानक बदल गया है। और सुबह से बरसात शुरू हो गई। और दिनभर रूक- रूक कर, कभी तेज तो कभी हल्की बारिश का सिलसिला चलता रहा। बारिश के कारण किसानों की खेतों में खड़ी पकी हुई धान की फसल भींगकर खराब हो गई है। तो वही अनेक किसानों की धान की फसल कट चुकी थी। और सूखने के लिए खुले में डली हुई थी। उन किसानों की भी धान बरसात के पानी से भींगकर खराब होने की स्थिति में पहुँच गई है। आलमपुर क्षेत्र में इस समय धान की कटाई का काम तेजी से चल रहा था। किन्तु खेतों में खड़ी धान की फसल बरसात के पानी से भींगने के कारण कुछ दिनों के लिए धान की कटाई का काम भी प्रभावित हो गया है।
इधर कृषि उपज मंडी प्रांगण आलमपुर में अनाज व्यापारियों के टीन सेड हटने के कारण उन्हें खुले मैदान में धान खरीदने एवं तुलाई का कार्य कराना पड़ रहा है। इस कारण अनाज व्यापारियों के फड़ों पर खुले मैदान में धान के बड़े-बड़े ढ़ेर लगे हुए हैं। लेकिन सोमवार को बारिश होने के कारण अनाज व्यापारियों की कई कुंटल धान भींग गई है। जिससे अनाज व्यापारियों को काफी नुकसान पहुंचा है।आलमपुर में लहारिया मोहल्ला में हनुमानजी मंदिर , नदी किनारे स्थित लक्ष्मीकांत मंदिर तथा रजरापुरा में श्रीमद भागवत कथा चल रही है। बारिश ने भागवत कथा का मजा किरकिरा कर दिया है। लहार, दबोह, असवार, सहित अन्य क्षेत्र में भी सोमवार को बारिश हुई है। और फसलों को नुकसान पहुंचने की खबरें आ रही है।







