रविन्द्र बौहरे ✍️
पेशाब पिलाने के आरोपों को बताया झूठा, पुलिस की पक्षपात पूर्ण कार्रवाई का किया विरोध
भिण्ड, 27 अक्टूबर। जिले के सुरपुरा थाना में विगत दिनों पूर्व बिना किसी जांच के सवर्ण समाज के 3 युवकों पर दलित युवक को पेशाब पिलाने के आरोप में एससी-एसटी का मामला दर्ज किए जाने के बाद सवर्ण समाज की आवाज को बुलंद करने हाईकोर्ट अधिवक्ता अनिल मिश्रा अपने समर्थकों के सोमवार को ज्ञापन देने एसपी ऑफिस पहुंचे। लेकिन एसपी मौके पर नहीं मिले तो वे अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए।
इस दौरान उन्होंने एसपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि एसपी भीम सेना और उनकी जाति का समर्थन कर रहे हैं, इसलिए हमारे आने की सूचना मिलते ही वह मुंह छुपाकर निकल गए। इस दौरान मौके पर परशुराम सेना व सवर्ण समाज के लोग बड़ी संख्या में मौजूद रहे। एसपी की गैरमौजूदगी में एएसपी संजीव पाठक ज्ञापन लेने आए और उन्हें ज्ञापन दिया गया। हाईकोर्ट अधिवक्ता मिश्रा ने कहा कि पुलिस ने बिना जांच के सवर्ण और ओबीसी समाज के युवकों पर झूठे मुकद्दमे दर्ज कर दिए हैं। उन्होंने मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की।
अधिवक्ता मिश्रा ने कहा कि पुलिस ने बिना किसी जांच के सवर्ण युवकों पर मामला दर्ज कर दिया, जबकि पेशाब पिलाने जैसे आरोप झूठे हैं। उन्होंने कहा कि एफआईआर होने से पहले जांच होनी चाहिए थी, लेकिन पुलिस ने जांच ही नहीं की और एससी-एसटी एक्ट की धाराओं में एफआईआर दर्ज कर दी, जिससे तीन निर्दोष युवकों को फसा दिया गया। उन्होंने कहा कि यह पूरा विवाद पैसों के लेनदेन का था, लेकिन इसे भीम आर्मी के लोगों ने जातिगत बनाकर पेशाब पिलाने का झूठा षड्यंत्र रच दिया।
दबोह के मामले में की एफआईआर की मांग
अधिवक्ता अनिल मिश्रा ने कहा कि दबोह क्षेत्र में कौरव समाज के लोगों के घर जलाए गए, बाइकें व कार जलाई गईं, लेकिन 36 घण्टे बाद भी एफआईआर दर्ज नहीं की गई। उन्होंने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। उन्होंने मामले में आरोपियों पर एफआईआर दर्ज कराने की मांग की।
एएसपी बोले- फोरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार
एडिशनल एसपी ने ज्ञापन लेते हुए कहा कि पेशाब संबंधी मामले की जांच फोरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद होगी। दबोह की घटना में शिकायत पत्र मिलते ही एफआईआर दर्ज कर ली जाएगी। अनिल मिश्रा ने कहा कि सनातनी समाज किसी भी धर्म या वर्ग के खिलाफ अपशब्द नहीं बोलता, लेकिन भीम आर्मी और उनसे जुड़े संघटन हमारे भगवान का अपमान करते हुए माहौल बिगाड़ते हैं। हमारे समाज के विरोध में नारे लगाते हैं और पुलिस मूकदर्शक बनी रहती है। हमें अन्याय के खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठानी होगी।
आरोपियों के परिवारों से की मुलाकात
एडवोकेट अनिल मिश्रा ने सुरपुरा पहुंचकर उन परिवारों से मुलाकात की जिनके बेटों पर जाटव समाज के युवक ने आरोप लगाए हैं। उन्होंने आरोपित सोनू बरुआ और आलोक शर्मा के परिजनों से मुलाकात की और आश्वासन दिया कि वह उनकी कानूनी लड़ाई मिलकर लड़ेंगे। इसके बाद उन्होंने भिण्ड शहर में ओबीसी समाज के आरोपी छोटू ओझा के परिवार से भी भेंट की।







