जर्जर होता जा रहा कृषक प्रशिक्षण भवन आवारा पशुओं का बना अड्डा

आलमपुर/भिण्ड, 24 नवम्बर। मप्र शासन जल संसाधन विभाग द्वारा लाखों रुपए खर्च कर आलमपुर कस्बे में बिजली आफिस के पास कृषक प्रशिक्षण भवन सह विश्राम ग्रह का निर्माण कराया गया था। लेकिन देख रेख के अभाव में उक्त भवन की हालत जर्जर होती जा रही है। कृषक प्रशिक्षण भवन सह विश्राम ग्रह के अंदर बने सौचालय के गड्डे पर लगे सभी पत्थरों को शरारती तत्वों ने तोड़ दिया है। यही नहीं बोरबेल से पानी सप्लाई के लिए जुड़ी पाईप लाइनों को भी शरारती तत्वों ने क्षतिग्रस्त कर दिया है। वर्तमान समय में कृषक प्रशिक्षण भवन सह विश्राम ग्रह आवारा पशुओं का अड्डा बना हुआ है। और उसमें सैकड़ों आवारा पशु बैठे नजर आते है। जिसकी बजह से समूचे परिसर में गोबर और कचरा पसरा हुआ है। वर्षों से भवन की पुताई नहीं हुई है।

कृषक प्रशिक्षण भवन सह विश्राम ग्रह के अंदर सौचालय का खुला पड़ा गड्ढा और जमीन के बरावर बना कुआ आवारा पशुओं के लिए खतरा बना हुआ है। इस भवन के परिसर में शरारती तत्वों द्वारा की गई तोडफ़ोड़ और परिसर में पसरा गोबर और कचरा को देखकर ऐसा लगता है कि इसकी देख रेख के लिए कोई जिम्मेदार कर्मचारी रहता ही नहीं है। गत बुधवार को जब कृषक प्रशिक्षण भवन सह विश्राम ग्रह का जायजा लिया तो उस समय भी कोई कर्मचारी मौजूद नहीं मिला। मप्र सरकार द्वारा आलमपुर कस्बे में कृषक प्रशिक्षण भवन सह विश्राम ग्रह का निर्माण करीब 20 वर्ष पहले कराया गया था। जिसका उदघाटन सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, कृषि मंत्री मप्र शासन महेन्द्र सिंह कालूखेड़ा तथा सहकारिता मंत्री मप्र शासन डॉ. गोविन्द सिंह द्वारा एक सितंबर 2002 को किया गया था। लेकिन वर्तमान समय में उक्त भवन एक तरह से लावारिस हालत में पड़ा दिखाई दे रहा है।