– नगर परिषद अतिक्रमण को लेकर बेपरवाह कई वर्षों से नहीं हुई कार्रवाई
भिण्ड, 24 सितम्बर। आलमपुर बस्ती के अंदर पिछले कुछ वर्षो में जबरदस्त तरीके से स्थाई एवं अस्थाई अतिक्रमण हुआ है। हालत यह है कि अतिक्रमणकारियों ने सरकारी जमीन पर पानी निकासी के लिए बने नाले-नालियां तक नहीं छोड़ी है और कई जगह लोगों ने नाले-नालियों पर पटाव कर दुकान, मकान एवं चबूतरे बना लिए है।
खास बात तो यह है कि आलमपुर में कई वर्षों से अस्थाई एवं स्थाई अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई नहीं हुई है और नगर परिषद अतिक्रमण के मामले को लेकर बेपरवाह बनी हुई है। इस वजह से अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद हैं। अतिक्रमण करने वाले लोगों को जहां सरकारी जमीन पड़ी दिखाई देती है वहीं पर अपना कब्जा जमा बैठते है।
सूत्र बताते हैं कि कुछ लोग सरकारी जमीन पर धीरे-धीरे अतिक्रमण कर करोड़ों रुपये की भूमि हथिया चुके हैं। आलमपुर में अतिक्रमण के चलते आज यह हालत हो गई है कि जिन गली मोहल्ला में कुछ वर्षों पहले चार पहिया वाहन दौड़ते हुए निकल जाते थे। वहां से आज दो पहिया वाहनों का निकलना मुश्किल हो गया है। आलमपुर में गली मोहल्ला एवं बाजार के अंदर हुए अतिक्रमण पर वार्डो के पार्षदगण भी चुप्पी साधे हुए हैं। क्योंकि उन्हें ‘वोट पर चोटÓ का डर हैं। इसलिए वह भी अतिक्रमणकारी के खिलाफ आवाज नहीं उठाते है। यदि जिम्मेदार लोगों का अतिक्रमणकारियों के प्रति इसी प्रकार का रवैया बना रहा तो वह दिन दूर नहीं जब लोगों का गली मोहल्ला में से पैदल निकलना मुश्किल हो जाएगा।
बाजार में भी पसरा अतिक्रमण
आलमपुर बाजार भी अतिक्रमण की चपेट है, बाजार में कई दुकानदार स्थाई एवं अस्थाई अतिक्रमण कर सरकारी जमीन पर कब्जा जमाए बैठे हैं। अनेक दुकानदार अपनी दुकानों के आगे दो-दो फीट चौड़े पत्थर लगाए हुए हैं। दुकानदार दुकान के आगे दासे पर लगे पत्थरों पर अपनी दुकान का सामान तो रख ही लेते हैं। इसके अलावा दुकान का सामान सड़क पर रखकर बेचते हैं। जिससे बाजार से पैदल निकलना मुश्किल हो गया है। तो वहीं विजय मंच के पास सब्जी, फलों सहित अन्य चार पहिया के ठेला लगने के कारण चार पहिया वाहन चालकों को अपने वाहन निकालने में परेशानी होती है।