जन्माष्टमी पर 110 करोड के जेवरातों से सजेंगे राधाकृष्ण

– फूलबाग स्थित गोपाल मन्दिर में 200 से अधिक सशस्त्र जवान रहेंगे सुरक्षा में

ग्वालियर, 08 अगस्त। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर ग्वालियर का एक मन्दिर कडी सुरक्षा में होगा, लगभग 200 से अधिक सशस्त्र जवान 24 घण्टे इस मन्दिर को घेरे रहेंगे। इस दौरान एक लाख से भी अधिक श्रद्धालु यहां भगवान राधाकृष्ण के दर्शन करेंगे। मन्दिर में लगभग 110 करोड रुपए से भी अधिक के जेवरात भगवान राधाकृष्ण की प्रतिमाओं को धारण कराए जाएंगे। जन्माष्टमी के पर्व को देखते हुए फूलबाग स्थित गोपाल मन्दिर में तैयारियां शुरू कर दी गई है।
ग्वालियर का गोपाल कृष्ण मन्दिर सिंधिया राजवंश के समय का है और प्रतिवर्ष जन्माष्टमी पर मन्दिर में राधाकृष्ण की मूर्तियों का अदभुत श्रृंगार कर 110 करोड रुपए से भी अधिक के माणक, पुखराज, पन्ना, हीरा लगे जेवरात पहनाए जाते हैं। इसी कारण से जन्माष्टमी पर ग्वालियर व आस-पास से लगभग एक लाख श्रद्धालु बेशकीमती जेवाहरातों से भगवान राधाकृष्ण के दर्शन करने यहां आते हैं। गोपाल मन्दिर का निर्माण संबंत 1976 में किया गया था और तत्कालीन सिंधिया रियासत के मुखिया माधवराव सिंधिया प्रथम ने 1921 में जन्माष्टमी पर गोपाल मन्दिर में राधाकृष्ण की प्रतिमाओं को जेवरात भेंट किए थे, उन्होंने स्वयं राधाकृष्ण प्रतिमा का श्रृंगार पुखराज, माणिक, पन्ना से सजे बेशकीमती मुकुट, सोने के तोडे, भगवान कृष्ण का मुकुट, सफेद मोती का पंचगढी हार, 7 लडी हार, झुमके, सोने की नथ, कंठी, चूडियां, कडे आदि से किया था। पुखराज, माणिक, पन्ना जडे सोने के मुकुट का वजन ही 3 किलो है और पंचगढी हार में 62 असली मोती और 55 पन्ने लगे हैं। इसके साथ ही सोने चांदी के बर्तन, इत्रदान, पिचकारी, चलनी, धूपदान, छत्र मुकुट, कुंभकारिणी निरंजनी भी सोने चांदी के हैं। जिनकी आज बाजार भाव से कीमत 110 करोड रुपए से भी ऊपर पहुंच गई हैं।
राधाकृष्ण भगवान के जेवरात जन्माष्टमी के दिन कडी सुरक्षा में बैंक लाकर से निकाले जाते हैं और दूसरे दिन बैंक के लाकर में फिर रखवाए जाते हैं। आजादी के बाद यह बेशकीमती जेवरात मन्दिर के पास ही नगर निगम की संपति में हस्तांतरित हो गए थे। इसके बाद यह बैंक लाकर में ही रहे। 2007 में तत्कालीन निगम आयुक्त डॉ. पवन शर्मा ने निगम संपतियों का ब्यौरा बनवाया तो इन जेवरातों की जानकारी लगी। बाद में उन्होंने जन्माष्टमी पर राधाकृष्ण के श्रृंगार के लिए जेवरातों को निकालने के निर्देश दिए थे। तभी से प्रतिवर्ष यह जेवरात जन्माष्टमी पर बैंक लाकर से निकाले जाते हैं और विधिवत पूजा पाठ कर पहनाए जाते हैं।

इनका कहना है:

‘‘जन्माष्टमी पर फूलबाग गोपाल मन्दिर में राधाकृष्ण की प्रतिमाओं को जेवरातों से सजाया जाएगा। यह जेवरात बेशकीमती हैं, इसलिए पुलिस व निगम अमला यहां तैनात रहेगा।
संघ प्रिय, नगर निगम आयुक्त

‘‘फूलबाग गोपाल मन्दिर पर जन्माष्टमी के दिन राधाकृष्ण की प्रतिमा व जेवरातों की सुरक्षा के लिए 200 से अधिक पुलिस जवान तैनात किए जा रहे हैं। मन्दिर परिसर में भी सादावर्दी में कमाण्डो तैनात रहेंगे। पूरे मन्दिर परिसर में क्लोज सर्किट टीवी व कैमरे लगाए जाएंगे।’’
धर्मवीर सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक