मजदूर एकता यूनियन सीटू ने श्रम पदाधिकारी को सौंपा ज्ञापन

भिण्ड, 19 जून। मजदूर एकता यूनियन सीटू ने मजदूरों के हित की मांगों को लेकर सीटू की औद्योगिक क्षेत्रीय समिति के संयोजक एवं जिला उपाध्यक्ष देवेन्द्र कुमार शर्मा के नेतृत्व में मालनपुर में पदस्थ श्रम पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया।
ज्ञापन में मांग की गई है कि एक अप्रैल 2024 से बढी दरों से वेतन के एरियर्स के भुगतान हेतु श्रम विभाग द्वारा विशेष अभियान चलाया जाए। मालनपुर औद्योगिक क्षेत्र, मालनपुर नगर परिषद एवं पंचायतों विद्युत कंपनियां सहित औद्योगिक क्षेत्र के इन नियोजनों में भी बढी दरों और एरियर्स सहित विधिसम्मत भुगतान हेतु समुचित कदम उठाएं। लेबर स्पेक्टरों को हिदायत दी जावे कि जब सरकार से वेतन पाते हैं तो श्रमिकों के द्वारा की जाने वाली शिकायतों और आवेदन पत्र पर समुचित कार्रवाई करने के बजाय श्रमिकों से प्रबंधन के एजेंट की भाषा में आचरण करना बंद करें। सभी क्षेत्रों को एरियर भुगतान हेतु की गई कार्रवाई पत्र व्यवहार हो तो उसकी कोपी हमारी यूनियन को उपलब्ध कराई जाए।
इस अवसर पर सीटू की औद्योगिक क्षेत्रीय समिति के संयोजक शर्मा ने बताया कि पिछले न्यूनतम वेतन पुनरीक्षण की प्रक्रिया व परिणाम को देखने से स्पष्ट है कि उसमें प्रदेश के श्रमिकों के वैधानिक अधिकार पर कुठाराघात हुआ है। न्यूनतम वेतन अधिनियम के तहत पांच वर्ष में न्यूनतम वेतन पुनरीक्षण के प्रावधान का पालन मप्र सरकार ने नहीं किया। 28 फरवरी 2025 को जारी परिपत्र से समूचे मप्र में एक अप्रैल 2024 से पुनरीक्षित वेतन प्रभावशील हो गया। यह स्पष्ट है कि मार्च 2025 का वेतन, जिसका भुगतान अप्रैल 2025 में हुआ, बढी दरों के साथ होने के साथ एक अप्रैल 2024 से फरवरी 2025 तक एरियर्स का भुगतान होना था।
उन्होंने बताया कि मप्र के बडे हिस्से में बढी हुई दरों से वेतन भुगतान तो हुआ है, लेकिन एरियर्स का भुगतान नहीं हुआ। स्पष्ट है कि न्यूनतम वेतन कानून के दायरे में आने वाले लाखों श्रमिक, ठेका, आउटसोर्सिंग कर्मियों को वैधानिक रूप से देय राशि को हडपा जा रहा है। यहां यह भी उल्लेख करना जरूरी है कि जहां जहां श्रमिक, ठेका, श्रमिक, आउटसोर्सिंग कर्मी बढी हुई दरों से एरियर्स के भुगतान की मांग अपने-अपने नियोजकों से कर रहे हैं, वहां उन्हें न सिर्फ प्रताडित किया जा रहा है, बल्कि कई जगह तो उन्हें नौकरी से भी निकाला जा रहा है। ऐसी स्थिति में न सिर्फ आपके प्रभावी हस्तक्षेप की जरूरत है, बल्कि एरियर्स के भुगतान हेतु प्रभावी कदम उठाने की भी जरूरत है।
इस अवसर पर इस मौके पर सीटू के प्रदेश अध्यक्ष रामविलास गोस्वामी, देवेन्द्र कुमार शर्मा, वीरेन्द्र सिंह, हरगोविंद सिंह जाटव, रामगोपाल बाल्मीकि, लायकराम कुशवाहा, रिंकूसिंह गुर्जर, सीमा सिंह तोमर, सुनील रजक, शाहरुख खान, समीना आदि मौजूद रहे।