जल संकट को रोकने के लिए हमारी मातृशक्ति को आगे आना चाहिए: भदौरिया

भिण्ड, 03 अप्रैल। जल गंगा संवर्धन अभियान का प्रमुख उद्देश्य जन भागीदारी से जल संरक्षण और संवर्धन सुनिश्चित करना है। अभियान अंतर्गत मप्र जन अभियान परिषद की नवांकुर संस्था पावनपथ समाजसेवा जनकल्याण समिति भिण्ड के परामर्शदाताओं द्वारा नवीन जल संग्रहण संरचनाओं के निर्माण, भूजल, संवर्धन, पूर्व से मौजूद जल संग्रहण संरचनाओं की साफ-सफाई व जीर्णोद्धार, मरम्मत, जल स्त्रोतों में प्रदूषण के स्तर को कम करने, जल वितरण की संरचनाओं की साफ सफाई की जा रही है तथा मानसून में किए जाने वाले पौधारोपण के लिए आवश्यक तैयारियों के कार्य प्राथमिकता पर किए जाएंगे।
इस अवसर पर विकासखण्ड समन्वयक सोहन सिंह भदौरिया ने बताया वर्षा जल सहेजने एवं पुरानी जल संरचनाओं के जीर्णोद्धार के उद्देश्य से भिण्ड जिले के विकासखण्ड अटेर के विभिन्न ग्रामों में भी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशा के अनुरूप ‘जल गंगा संवर्धन’ अभियान चलाया जा रहा है। खासतौर पर ग्रामीण अंचल में जन अभियान परिषद भी ग्रामीणों को अभियान से जोडकर जल संरक्षण व संवर्धन के लिए जागरूक किया जा रहा है। इस अवसर पर ग्रामीणों महिलाओं के साथ जल गंगा संवर्धन अभियान को लेकर सार्थक संवाद हुआ। साथ ही ग्रामीणों को अधिक से अधिक पौधे रोपने, पर्यावरण संरक्षण व जैविक खेती के लिये भी प्रोत्साहित किया गया।
ग्राम पंचायत क्यारीपुरा में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक डॉ. शिवप्रताप सिंह भदौरिया ने गांव की प्रस्फुटन समिति से जुडे कार्यकर्ताओं सहित श्रमदान के लिए आगे ग्रामीणों का आह्वान किया कि वे जल संरक्षण के साथ-साथ सुरक्षा के पुख्ता इंतजामों के साथ पौधे भी रोपें, जिससे पर्यावरण अच्छा बना रहे। उन्होंने ग्रामीण महिलाओं को ऊर्जा संरक्षण, महिला सशक्तिकरण व नशामुक्ति के साथ गाँव को विवादरहित बनाने पर भी बल दिया।
शपथ के दौरान परामर्शदाता रेखा शर्मा ने कहा कि जल पंच महाभूतों में से एक है। इसीलिए कहा जाता है कि जल है तो कल है। इसलिए पानी की एक-एक बूँद को संरक्षित करने में ही हम सबकी भलाई है। कार्यक्रम उपरांत जल संरक्षण एवं पर्यावरण संरक्षण हेतु शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम में इस अवसर पर रचना भदौरिया, अंकित धाकरे सहित तथा संस्था के सदस्यगण एवं प्रस्फुटन समितियों के सदस्यगण एवं बडी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन परामर्शदाता रेखा शर्मा ने किया और अंत में सभी के प्रति संस्था प्रमुख अतुलकांत शर्मा ने आभार व्यक्त किया।