गोहद नगर पालिका में फर्जी एफडीआर लगाने वाले तीन ठेकदारों पर मामला दर्ज

-टेण्डर लेने के एवज में बतौर अमानत लगाई गई थी फर्जी एफडीआर

भिण्ड, 15 मार्च। गोहद नगर पालिका में ठेकेदारों द्वारा टेण्डर लेने के एवज में बतौरी अमानत फर्जी एफडीआर लगाने के मामले में शुक्रवार देर रात दो फर्मों के तीन ठेकेदारों रोहित सेन, प्रदुम्न शर्मा (देवचन्द्र कंस्ट्रक्शन, ग्वालियर) और ईशा भदौरिया (इंदलोक कंस्ट्रक्शन, ग्वालियर) के खिलाफ पुलिस थाना गोहद में धारा 420 के तहत केस दर्ज कर लिया है।
बताया गया है कि 13 मार्च को नगर पालिका के अजय प्रताप सिंह सहायक राजस्व निरीक्षक नगर द्वारा पुलिस को आवेदन देकर यह मामला दर्ज कराया गया। आवेदन में कहा गया कि ठेकेदार द्वारा 70 लाख 92 हजार 600 रुपए की 16 एफडीआर पेश की गई थीं। इसकी शिकायत हुई और जब जांच हुई, तो यह 16 एफडीआर फर्जी पाई गईं। इस पर ठेकेदार ईशा भदौरिया इन्द्रलोक कंस्ट्रक्शन ग्वालियर निवासी मकान नं.30 व अनूप मिश्रा के पास सिंधी कॉलोनी ग्वालियर के विरुद्ध धोखाधडी का मामला दर्ज किया गया।
इसी तरह पत्र क्र./नपा/2025/706 गोहद, दि. 12 मार्च 2025 के माध्यम से बताया गया कि नगर पालिका गोहद में ठेकेदारों द्वारा निर्माण कार्य के अनुबंध के एवज में अमानत राशि की एफडीआर जांच में फर्जी पाई गई, जो निकाय से धोखाधडी श्रेणी में आता है। नगर पालिका परिषद गोहद द्वारा उपरोक्त फर्म/ ठेकेदार की एफडीआर की जांच संबंधित बैंकों से कराई गई, तो निकाय में प्रस्तुत मूल एफडीआर फर्जी पाई गई, पत्र के साथ सलग्न कर थाने में भेजी गई वहीं एक अन्य मामले 13 मार्च को एक टाईपशुदा आवेदन पत्र अजय प्रताप सिंह सहायक राजस्व निरीक्षक नगर पालिका परिषद गोहद द्वारा एफआईआर दर्ज करने बावत पत्र पेश किया। पत्र अवलोकन से अनुबंध के समय एफडीआर राशि एक लाख 57 हजार रुपए की मूल एफडीआर बतौर अमानत पेश की गई थी, जांच में एफडीआर फर्जी पाई गई है। ठेकेदार रोहित सेन एवं ठेकेदार प्रदुम्न शर्मा देवचन्द्र कंस्ट्रक्शन ग्वालियर निवासी नहर वाली माता के सामने शिवनगर नाका चन्द्रबदनी ग्वालियर के विरुद्ध धोखाधडी का मामला दर्ज किया गया। गोहद पुलिस ने दोनों फर्मों के तीन ठेकेदारों के खिलाफ धारा 420 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
कलेक्टर के आदेश पर शुरू हुई थी जांच
यहां बता दें कि दो साल पहले भिण्ड नगर पालिका में इसी तरह का एक बडा घोटाला सामने आया था, जिसमें बीजेपी नेता अजीत भदौरिया के खिलाफ एफआईआर हुई थी। इसके बाद भिण्ड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने जिले की सभी नगर पालिकाओं में एफडीआर की जांच के आदेश दिए थे। इसी जांच के दौरान गोहद के तीन ठेकेदारों का फर्जीवाडा भी उजागर हुआ।