जन गण मन हिंदुस्तानियों की शान और जोश का संचार करने वाला राष्ट्रगान है : डॉ. परिहार

भिण्ड, 03 मार्च। राट्रगीत हो या राष्ट्र ध्वज देश वासियों के आन, बान और शान के साथ प्रेरणा स्त्रोत होता है, जो राष्ट्रीय सार्वभौमिकता का प्रतीक है। राष्ट्र के सम्मान का राष्ट्रगान जन-गण-मन तमाम हिंदुस्तानियों की शान और उसका संचार करने वाला ऐसा ही राष्ट्रगान है। यह बात हम फाउण्डेशन सिटी एवं विवेकानंद शाखा द्वारा स्थानीय गौरी सरोवर के पीछे शनिदेव मन्दिर के पास बने राष्ट्रगान पार्क में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए वरिष्ठ चिकित्सक एवं समाजसेवी डॉ. शैलेन्द्र परिहार ने कही।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रगान जन-गण-मन भारत की स्वतंत्रता का अभिन्न हिस्सा है, इसे पूर्ण सम्मान देना हर भारत के नागरिक का कर्तव्य है। उन्होंने संगठन के सभी सदस्यों को बधाई देते हुए कहा कि संगठन द्वारा यह कार्य जो किया जा रहा है बहुत ही सराहनीय योग है।
जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक शिवप्रताप सिंह भदौरिया ने कहा कि भारतीय राष्ट्रगान जन-गण-मन देश की व्यवस्था में एकता और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है, यह न केवल संगीत और साहित्य का उत्कृष्ट उदाहरण है। उन्होंने कहा कि हम फाउंडेशन द्वारा प्रत्येक माह के प्रथम रविवार को सुबह 8 बजे जो 2 मिनट राष्ट्र के नाम राष्ट्र का करें सम्मान कार्यक्रम किया जा रहा है, बहुत ही सराहनीय है। इस अवसर पर हम फाउण्डेशन के प्रदेश अध्यक्ष प्रो. इकबाल अली, प्रांतीय संगठन मंत्री शैलेश सक्सेना, सिटी शाखा अध्यक्ष अरविन्द सिंह भदौरिया, सचिव अजीत उपाध्याय, कोषाध्यक्ष, संतोष सिंह नरवरिया, सेवा प्रमुख विपुल सेठ, राष्ट्रगान के जिला सह संयोजक अंकित बंसल आदि उपस्थित थे।