जिले में अस्थाई कुण्ड में ही किया जाएगा देवी प्रतिमाओं का विसर्जन

– आम जनता के सहयोग से वातावरण की सुरक्षा और नदी संरक्षण के लिए प्रदूषण को रोकना जरूरी
– कलेक्टर ने शांति समिति की बैठक में आम सहमति से लिया निर्णय

भिण्ड, 09 अक्टूबर। जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक का आयोजन कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष भिण्ड में किया गया। बैठक में अपर कलेक्टर एलके पाण्डेय, एएसपी संजीव पाठक, भाजपा जिलाध्यक्ष देवेन्द्र सिंह नरवरिया सहित अन्य समस्त संबंधित अधिकारीगण एवं समिति सदस्य, आमंत्रित गणमान्य नागरिक भी उपस्थित रहे।
कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने बैठक में कहा कि जिले में नवदुर्गा महोत्सव, दशहरा (विजयादशमी) एवं महर्षि बाल्मिकी जयंती त्यौहार हर वर्ष शांतिपूर्ण एवं उल्लास के साथ मनाया जाता है। इस वर्ष नवरात्रि महोत्सव नौ से 11 अक्टूबर तक, दशहरा त्यौहार 12 अक्टूबर तथा बाल्मिकी जयंती 17 अक्टूबर को मनाया जाना है एवं दीपावली 31 अक्टूबर को। उक्त त्यौहारों को शांति एवं सदभाव रूप से मनाए जाने हेतु गणमान्य नागरिकों से अपने-अपने सुझाव देने के लिए अनुरोध किया गया। शांति समिति की बैठक में उपस्थित गणमान्य नागरिक से अपील की गई कि सोशल मीडिया में ऐसे मैसेज, चित्र, वीडियो या ऑडियो को लाइक, शेयर व फॉरवर्ड न करें, जिससे कि अप्रिय घटना एवं अशांति जैसी स्थिति उत्पन्न हो। नवदुर्गा महोत्सव, दशहरा (विजयादशमी) एवं महर्षि बाल्मिकी जयंती के त्यौहारों पर निकलने वाले जुलूस के दौरान रोड के किनारे बिजली तारों को ऊंचा किया जाए।
उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित कर कहा कि महर्षि बाल्मिकी जयंती के जुलूस का समय निर्धारित करें। माता के पण्डाल का सर्वे कराकर चिन्हित करें कि सभी पण्डाल रोड के किनारे लगे हो कोई पण्डाल रास्ता अवरोध न करे। रोड के बीच में विज्ञापन होर्डिंग हो तो जुलूस निकलने से पहिले रास्ते में से हटाए जाएं। जुलूस निकलने के समय आवारा पशु न घूमें। उन्होंने कहा कि सदर बाजार में जाम की समस्या को देखते हुए यातायात सुगम बनाने हेतु पुलिस द्वारा ट्रैफिक पुलिस की उचित व्यवस्था कराई जाए तथा ट्रैफिक व्यवस्था के लिए बेरीकेट्स भी लगाए जाएं। जुलूस के निकलने वाले रास्ते पर साफ-सफाई की व्यवस्था कराई जाए और रास्ते में पानी के टैंकरों की भी व्यवस्था कराई जाए। देवी जी के विर्सजन के उपरांत सडक पर लगे हुए टेंटों को तुरंत हटवा दिया जाए जिससे कि दशहरा एवं बाल्मिकी जयंती पर निकलने वाले जुलूस के समय कोई व्यवधान उत्पन्न न हो। जुलूस के समय एंबुलेस, पुलिस की गाडी की गाडियों की व्यवस्था की जाए। देवी प्रतिमा विसर्जन के दिन चिन्हित स्थानों पर रस्सी की सहायता से बेरीकेट्स लगाए जाने की व्यवस्था की जाए। एसडीईआरएफ की टीम मय साधन (मोटर बोट, रस्सी, ट्यूब) के साथ समस्त तैयारी पूर्ण कर चिन्हित स्थानों पर तैनात रहें। पर्याप्त संख्या में गोताखोरों की भी व्यवस्था की जाए तथा सुरक्षा की दृष्टि से देवी के विसर्जन हेतु नदी/ सरोवर के किनारे एक कुण्ड का निर्माण कराएं, जिसमें देवी की मूर्ति को विसर्जित किया जाएगा। कुण्ड का निर्माण समुचित गहराई, बेरीकेटिंग एवं सुरक्षा के उचित इंतजाम के साथ कराया जाए और पर्याप्त पुलिस व्यवस्था रहे। कलेक्टर ने कहा कि 12 अक्टूबर को दशहरा के त्यौहार पर रावण दहन हेतु पूर्व से ही खुले हुए स्थान को चिन्हित कर बिजली की केबलों (लाइन) को ऊंचा किया जाए, भीड के नियंत्रण हेतु पर्याप्त बेरीकेटिंग की जाए, फायर बिग्रेड एंव अन्य समस्त आवश्यक व्यवस्थाएं की जाएं।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजीव पाठक ने उपस्थित आयोजकों से अपील कर कहा कि देवी स्थापना स्थल में दो-दो वॉलेंटियर रहें, जिसकी सूचना सिटी कोतवाली भिण्ड में नाम एवं मोबाईल नंबर सहित दें। बैठक में सभी समुदाय के प्रतिनिधि, गणमान्य नागरिकों, आयोजकों ने अपने-अपने विचार रखे। कलेक्टर ने समिति सदस्यों/ आयोजकों द्वारा दिए गए सुझावों को अमल में लाने का आश्वासन देते हुए सभी उपस्थित जनों/ आयोजकों से अपील की कि किसी भी आयोजन हेतु विधिवत संबंधित अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) से अनुमति लेकर निर्देशानुसार आयोजन करने में सहयोग प्रदान करें। एएसपी संजीव पाठक ने सभी उपस्थित गणमान्य नागरिकों को धन्यवाद देते हुए उनसे उक्त त्यौहारों पर शांति बनाये रखने की तथा किसी भी प्रकार की गलत या भ्रामक जानकारी मिलती है तो उसकी सूचना प्रशासन एवं पुलिस को तत्काल दें।