लहार में श्रीमद् भागवत एवं मां भगवत कथा का आयोजन

भिण्ड, 13 अक्टूबर। लहार नगर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा तथा मां भगवती दुर्गा कथा, शिव परिवार प्राण प्रतिष्ठा के उपरांत सप्तम दिवस की कथा सभी भक्तों ने श्रवण किया। वृंदावन से आए कथा प्रवक्ता श्री सदगुरुदेव डॉ. आचार्य संतोष जी महाराज ने नवरात्र महापर्व के अंतर्गत मां दुर्गा की महिमा का वर्णन किया और बताय कि नवरात्र में व्रत पूजा पाठ मां भगवती की आराधना करने से रिद्धि और सिद्धि की प्राप्ति होती है।
महाराजश्री ने कथा में यह भी बताया कि श्रीमद् भागवत कथा में दुर्गा देवी की अनुपम महिमा कही गई है तथा गोपियों ने भगवान को प्राप्त करने के लिए मां कात्यायनी दुर्गा का व्रत एवं पूजन किया था। सप्तम दिवस की कथा में महाराज जी ने भगवान की कथा सुनाते हुए श्री द्वारकाधीश एवं मां रुक्मणी की वंशावली पुत्र पौत्रों की कथा सुनाई। कथा के चलते श्री सुदामा भक्त की कथा सुनाई जो कि भगवान के परम मित्र थे, सुदामा जी को प्रेम स्नेह देकर के भगवान ने जगत को मित्रता का वास्तविक स्वरूप बतलाया, बड़े ही भाव से सभी भक्तों ने भागवत जी का पूजन किया। महाराज जी का पूजन करते हुए अपने जीवन को कृतार्थ किया। कथा के अंत में महाराज जी ने कहा कि जीवन में सदा सच पुरुषों तथा सत्संग में बताएं हुई बातों का पालन करना चाहिए, यही वास्तविक जीवन जीना है और जीवन जीने का आनंद भी इसी में है तथा सभी भक्तों ने वृंदावन से आए हुए सभी आचार्य और ब्राह्मणों का स्वागत सत्कार करते पुण्य लाभ प्राप्त किया।