भिण्ड, 19 जनवरी। मालनपुर के समीप संचालित शिवाजी पब्लिक स्कूल में मकर संक्रांति का पर्व हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाया गया। मकर संक्रांति के अवसर विशेषकर पतंग उडाने की प्रथा है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान भास्कर अपने पुत्र शनि से मिलने स्वयं उसके घर जाते हैं। चूंकि शनिदेव मकर राशि के स्वामी हैं, अत: इस दिन को मकर संक्रांति के नाम से जाना जाता है।
विद्यालय के संचालक दिनेश सिंह परिहार उर्फ बंटू ने सभी शिक्षकों एवं छात्रों के साथ पूजा अर्चना की। इस अवसर पर उन्होंने सभी छात्रों को बताया कि यह पर्व सूर्य के मकर राशि में आने पर मनाया जाता है। इस दिन से सूर्य उत्तरायण हो जाते हैं इसीलिए स्नान-दान का हिन्दू धर्म में विशेष महत्व होता है। मकर संक्रांति भगवान विष्णु के अंतिम अवतार कल्कि के जन्म और आगमन से भी जुडी है। मकर संक्रांति को आध्यात्मिक प्रथाओं के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है और तदनुसार, लोग नदियों, विशेष रूप से गंगा, यमुना, गोदावरी, कृष्णा और कावेरी में पवित्र डुबकी लगाते हैं। इस त्यौहार को वैसे तो 14 और 15 जनवरी को मानते हैं, मगर सर्दी ज्यादा होने के कारण शुक्रवार को मनाया गया है। इस अवसर पर उपस्थित सभी विद्यार्थियों को तिल के लड्डू और मिठाई वितरण की गई और विद्यालय संचालक ने स्टाफ के सदस्यों व विद्यार्थियों को मकर संक्रांति की शुभकामनाएं दीं।