किसान नेताओं, टे्रड यूनियन के नेतृत्व में हड़ताल आज

हड़ताल की तैयारी में सभा आयोजित, हड़ताल को सफल बनाने की अपील

मालनपुर, 26 सितम्बर। मालनपुर हनुमान चौराहे पर किसान नेताओं, टे्रड यूनियन लीडरों, महिला नेत्रियों द्वारा 27 सितंबर की हड़ताल के संबंध में विगत कई दिनों से मालनपुर क्षेत्र में पर्चा, पोस्टर, अलाउंस, नुक्कड़ मीटिंगों, मोहल्ला मीटिंगों आदि के माध्यम से जनसंपर्क अभियान चलाया जा रहा था। उसी क्रम में शनिवार की देर शाम को आम सभा का आयोजन भी किया गया, जिसकी अध्यक्षता रामगोपाल बाल्मीक ने की। सभा का संचालन दलित मुक्ति मंच के नेता हरगोविन्द सिंह ने किया।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता गोहद नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष किसान सभा के प्रदेश सचिव प्रेम नारायण माहौर ने कहा कि अगर कृषि से संबंधित काले कानून वापस नहीं हुए तो खेती किसानी बर्वाद हो जाएगी। गल्ला मण्डी बंद हो जाएंगे, आम जनता का जीना दूबर हो जाएगा। बड़ी-बड़ी कंपनियों को औने पौने दाम में फसल खरीदी जाएगी एक-एक दाना प्राप्त करने के बाद वही गेहूं 100 रुपए किलो के हिसाब से पांच किलो के आटे का बैग 500 रुपएमें खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। खाद्यान्न कंट्रोल व्यवस्था बंद हो जाएगी। इसी तरह से विद्युत अधिनियम 2020 के लागू हो जाने से बिजली महंगी हो जाएगी और कर्मचारियों को निकाल दिया जाएगा। किसान आंदोलन में व्यवधान पैदा करने के लिए नौजवानों को जाति के आधार पर भड़काया जा रहा है, यह कृत्य प्रशासन का है।
सभा में वरिष्ठ मजदूर नेता देवेन्द्र शर्मा ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट का वादा करके काले कृषि कानून जबरजस्ती थोपे जा रहे हैं। मजीठिया वेतन आयोग को लागू करने का वायदा करके 44 श्रम कानूनों की जगह चार मजदूर कोड बना दिए गए हैं, जिससे मजदूरों की हालत और खराब हो जाएगी और शोषण बढ़ेगा। सरकार, राजस्व कर्मचारी, पुलिस प्रशासन, जनप्रतिनिधि और भाजपा नेता एवं कार्यकर्ता मिल बांट कर काम कर रहे हैं। इसलिए हम सबको ऐलान के साथ 27 को बंद का संकल्प लेना चाहिए। सभा को किसान नेता वीरेन्द्र सिंह कुशवाह, नारायण शर्मा, अनीता गोस्वामी, लाइकराम कुशवाह आदि ने भी संबोधित किया। बंद को सफल बनाने के लिए श्रीलाल माहौर, रघुवीर जाटव, शीला माहौर, चोखे लाल, राजाराम, विमला आदि ने जनता से अपील की है।