अमायन को तहसील एवं क्षेत्र में नहर शीघ्र बनाई जाए

मांग पूरी नहीं होने पर क्षेत्र के किसानों ने की आंदोलन की घोषणा

भिण्ड, 17 सितम्बर। अमायन क्षेत्र के किसानों में नहर एवं अमायन को तहसील बनाने की सरकार से कई बार मांग कर चुके हैं। लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसलिए क्षेत्र के किसानों में जबरदस्त आक्रोश है। रविवार को अमायन में भारतीय किसान संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष नमो नारायण दीक्षित, संभागीय अध्यक्ष गंभीर सिंह कुशवाह, संभागीय उपाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह नरवरिया की उपस्थिति में एक बैठक आयोजित की गई।
बैठक में किसान नेता रामसिंह चौहान एवं तहसील अध्यक्ष लालसिंह ने बताया कि किसानों को 1990 से लगातार आश्वासन मिल रहे हैं कि यहां पर नहर शीघ्र चालू होगी, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। प्रदेश के मुख्यमंत्री कई बार घोषणा कर चुके हैं कि अमायन को तहसील का दर्जा दिया जाएगा, उस पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस क्षेत्र में ज्यादातर किसान खेती करते हैं, इसलिए सिंचाई की आवश्यकता है, अभी तक नहर न आने के कारण किसानों में आक्रोश है। अब इस क्षेत्र के किसान आर-पार की लडाई लडेंगे।
किसानों की समस्या को सुनकर नमोनारायण दीक्षित ने आंदोलन की घोषणा की। प्रथम चरण में 21 सितंबर से क्रमिक अनशन प्रारंभ होगा, फिर भी अगर सुनवाई नहीं हुई तो द्वितीय चरण में 500 किसान अनिश्चितकालीन भूख हडताल पर बैठेंगे। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष रामसिंह चौहान ने कहा कि हम आश्वासन नहीं चाहते, हम काम चाहते हैं। अगर सरकार ने नहीं सुनी तो अमायन क्षेत्र के पूरे किसान विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे। आंदोलन का संचालन गंभीर सिंह सिकरवार करेंगे। इस अवसर पर एक आंदोलन समिति का गठन किया गया, जिसमें शिवराज सिंह लहरा, बृजेश सिंह बुजुर्ग, अहिवरण सिंह खैरोली, किशोर सिंह जारेट, रविन्द्र सिंह पिपरौली, राजेन्द्र सिंह, रविन्द्र सिंह, अनंत सिंह मेहरा, कोकसिंह टकपुरा आदि आदि आंदोलन का संचालन करेंगे।