ग्वालियर, 14 सितम्बर। निम्न आय वर्ग एवं झुग्गी झोपडी में रहने वाले बच्चों के लिए ग्वालियर शहर में चल रही सेवार्थ पाठशाला की विभिन्न शाखाओं में प्रतिवर्ष 14 सितंबर हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में पूरे सप्ताह सभी जगह हिन्दी जगत की प्रमुख हस्तियां को आमंत्रित कर बच्चों के बीच उनके उदबोधन, संवाद, निबंध, कविता अन्य विधाओं के माध्यम से प्रतियोगिता कर हिन्दी के प्रचार-प्रसार में समानांतर कोशिश की जाती रही है।
गुरुवार को मोनी बाबा आश्रम वाली पाठशाला पर मुख्य वक्ता डॉ. शेष कुमारी बघेल, प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक, केन्द्रीय विद्यालय क्र.एक ने ‘प्रारंभिक स्तर पर मातृभाषा में शिक्षण’ विषय पर कविता, व्याख्यान एवं संवाद के द्वारा बच्चों को हिन्दी के प्रति लगाव एवं उसके प्रचार-प्रसार को किस प्रकार राष्ट्रव्यापी एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लोगों के मध्य ले जाना है, इस परिकल्पना के साथ व्याख्यान की भूमिका को रखा गया।
सेवार्थ पाठशाला के अध्यक्ष ओपी दीक्षित ने बताया कि सभी इकाईयों में प्रतियोगिता के माध्यम से बच्चों को हिन्दी के प्रचार-प्रसार एवं भूमिका किस प्रकार निश्चित करनी है एवं बच्चों को पुरस्कृत भी किया जाएगा और यह कार्यक्रम पूरे सप्ताह पाठशाला में नियमित जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि मप्र की विभिन्न हस्तियों द्वारा हिन्दी के प्रभाव को बढ़ाने के लिए माखनलाल चतुर्वेदी, श्रीमती महादेवी वर्मा, काका कालेलकर, हरिशंकर परसाई, भवानी प्रसाद मिश्र, दुष्यंत कुमार, शिवमंगल सिंह सुमन एवं अन्य हिन्दी जगत के अलंकरणों द्वारा बहुत ही सुंदर ढंग से आम जनता के बीच में प्रस्तुत कर हमारे राष्ट्र की मातृभाषा बनाने में बहुत बडा योगदान है। कार्यक्रम की भूमिका एवं संचालन पूर्व सूबेदार मेजर मनोज पाण्डे ने किया।
मुख्य अतिथि पूर्व एडीएम डॉ. एसके मिश्रा ने सभी बच्चों को चार्ट द्वारा ग्रामर एवं हिन्दी की काल को प्रदर्शित करती हुई कविता एवं उसके गायन द्वारा बडे ही मनोरंजक ढंग से प्रस्तुत की। बच्चे बहुत ही प्रफुल्लित होकर कविता पाठ कर रहे थे। एडवोकेट प्रमोद गुप्ता ने सभी शिक्षकों को सुंदरकाण्ड, श्री हनुमान चालीसा एवं अतिथियों का शॉल, नारियल से स्वागत किया। समाजसेवी शगुन वैश्य ने मालवा वेलफेयर फाउण्डेशन का विशेष संकलन ‘प्रेरणा स्त्रोत’ सभी शिक्षकों एवं उपस्थित प्रबुद्ध व्यक्तियों को भेंट किया। कार्यक्रम में राकेश श्रीवास्तव, पूर्व ज्वाइंट कलेक्टर सिसोदिया, शिक्षक मीनू राजपूत, शुभम, करुणा, ज्योति राजौरिया, समा खान, अंजलि, मरजीना , नरगिस एवं लगभग 100 छात्र उपस्थित रहे।