भजन बैर को करता है समाप्त : राजन महाराज

श्रीराम कथा में सुनाई दशरथ मरण की कथा

भिण्ड, 07 सितम्बर| लहार के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल तालेश्वर सरकार धाम पर चल रही रामकथा के सातवें दिन कथा वाचक राजन महाराज ने अपने प्रवचनों में कहा कि जब अयोध्या में हाहाकार मच गया जब सुमंत खाली रथ लेकर अयोध्या पहुंचे। लोग दौड़-दौडक़र पूछ रहे कि मंत्रीवर राम कहां हैं। राम-लक्ष्मण और सीता को कहां छोड़ आए।
सुमंत नीची गर्दन किए बिना बोले ही राजमहल की ओर बढ़ते गए। उन्हें अकेला आते देखकर रानियां भी जोर-जोर से रोने लगीं। राजा ने भी पूछा- बेटा राम कहां है। पुत्री सीता न जाने कैसे रहती होगी। राजा अनाथ की तरह रोने लगे। सुमंत ने भी रोते रोते सब हाल कह सुनाया। राजा दशरथ ने अपने अपराध के लिए कौशल्या से क्षमा मांगी। राम को अयोध्या से गए छह दिन हो गए थे। आधी रात को श्रवण कुमार के पिता द्वारा उन्हें दिए गए श्राप की याद आई। उन्होंने कौशल्या अपने अंधे माता-पिता को ले जाने वाले श्रवण कुमार की कथा सुनाई। उनके बाण से भूल वश श्रवण का वध हो गया था, जिससे व्यथित होकर उनके माता-पिता ने अपने पुत्र को जलांजलि दी और मुझे श्राप दिया कि राजन पुत्र के वियोग में जैसे आज हम मर रहे हैं, वैसे ही तड़प-तड़प कर तुम भी मरोगे और उन दोनों ने उसी समय प्राण त्याग दिए। इसी दौरान दशरथ ने राम राम का विलाप करते हुए अपने प्राण त्याग दिए।
उधर ननिहाल से भरत घबराए हुए अपनी माता के महल में गए और ननिहाल का कुशल-समाचार बताकर पिता और भाई राम के बारे में पूछने लगे। कैकई ने कहा तुम्हारे पिता तो स्वर्ग चले गए। फिर उन्होंने पूछा भाई राम कहां हैं। कैकई ने अपने वरदान तथा राम-लक्ष्मण और सीता के वन जाने की सारी बातें कह सुनाईं। भरत को माता पर बड़ा रोष आया। इसके बाद भरत ने राजा दशरथ का दाह-संस्कार किया गया। अगले दिन मंत्रियों और नगरवासियों को बुलाकर भरत ने कहा अयोध्या का राज्य सबसे बड़े भाई राम ही हैं। हम राम को लौटा लाने के लिए चित्रकूट जाएंगे। उसके बाद महाराज भरत सबको लेकर निकले और श्रंगवेर पुर में रात्रि विश्राम हेतु रुके कथा समापन उपरांत आरती की गई। इस मौके पर दंदरौआ धाम के महंत श्रीश्री 1008 महामण्डलेश्वर रामदास जी महाराज, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश चौधरी, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रमेश दुबे एवं बड़ी संख्या में साधु संत मौजूद रहे। कथा यजमान अरुणा नरेशचन्द्र शर्मा ने श्रद्धालुओं से अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने की अपील की है।