उपजेल में पसरा अंधेरा, पानी को तरसते बंदी

उप जेल अधीक्षक रामगोपाल पाल ने शोसल साइड पर मेसेज भेज कर जानकारी सार्वजनिक की

भिण्ड, 07 सितम्बर। बिजली विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों की मनमानी के चलते आमजन का जीना दूभर हो गया है। लोगों ने अब शिकायत करना भी बंद कर दिया है। लेकिन इतने संवेदनशील जेल जैसे संस्थान के लिए बिजली का अचानक गोल हो जाना और उप जेल अधीक्षक रामगोपाल पाल को बार-बार फोन करने पर कोई संतोषजनक जवाब न मिलनाए फोन न उठाना जेल जैसे संस्थान के लिए खतरों से खाली नहीं है।
बिजली के अचानक जाने व बिजली विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों की मनमानी का यह कोई पहला या दूसरा मौका नहीं है। इस तरह की घटनाएं आए दिन की बात है। जहां बंदियों को पानी की एक-एक बूंद के लिए मोहताज होना पड़ता है। मगर बिजली विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों की कार्यशैली में कोई बदलाव की गुंजाइश नहीं है।

इनका कहना है-

बिजली कंपनी के अधिकारियों से कई बार फोन किया लेकिन फोन का कोई जबाब नहीं मिला, जेल में बिजली सुबह पांच बजे से बंद रही है।
रामगोपाल पाल, उप जेल अधीक्षक मेहगांव