हिमांशु कॉन्वेंट स्कूल में बच्चों ने मनाया रक्षाबंधन एवं राष्ट्रीय खेल दिवस

पर्यावरण की रक्षा के लिए छात्रों ने वृक्षों को पूरे उत्साह से बाधी राखियां

भिण्ड, 30 अगस्त। नगर दबोह में संचालित स्कूल हिमांशु कॉन्वेंट स्कूल में विद्यार्थियों ने रक्षा बंधन का पवित्र पर्व हर्षोल्लास से मनाया। विद्यार्थियों को वीडियो के माध्यम से रक्षाबंधन का महत्व बताते हुए कहा कि राखी कच्चे सूत जैसी सस्ती वस्तु से लेकर रंगीन कलावे, रेशमी धागे तथा सोने या चांदी जैसी महंगी वस्तु तक की हो सकती है, फिर भी यह धागा इस रिश्ते में अनमोल है। रक्षा का मतलब सुरक्षा और बंधन का मतलब बाध्य है।
कक्षा पहली से आठवीं तक के विद्यार्थियों ने राखी प्रतियोगिता में भाग लेकर सुंदर-सुंदर राखियां बनाईं। रक्षाबंधन पर्व के उपलक्ष्य में राखी मेकिंग प्रतियोगिता करवाई गई, इसमें बच्चों ने रगोलिया एवं राखियां तैयार कर प्रदर्शनी भी लगाई। विद्यार्थियों ने विभिन्न राखियां, कार्ड और थालियां सजाकर अपनी कला का प्रदर्शन किया। स्कूल के शिक्षकों ने बच्चों को संदेश दिया कि रक्षा बंधन एक ऐसा त्योहार है जो भाई-बहन के प्यार को बहुत मजबूत बनाता है। विद्यार्थियों को बधाई देते हुए संदेश दिया कि रक्षा बंधन का पर्व भाई-बहन के अतुलनीय तथा पवित्र प्रेम का प्रतीक है।

इस दौरान महान भारतीय हॉकी खिलाडी मेजर ध्यानचंद्र जी की जयंती पर उन्हें याद करते हुए छात्रों को बताया प्रति वर्ष 29 अगस्त को भारत में राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है। उनकी कप्तानी में भारतीय हॉकी टीम ने ओलंपिक खेलों में लगातार तीन बार स्वर्ण पदक जीता था।
पर्यावरण की रक्षा के लिए छात्रों ने वृक्षों को पूरे उत्साह से बाधी राखिया
हिमांशु कॉन्वेंट स्कूल में बच्चों के दिन शुरुआत पेड-पौधों की देखभाल से होती है, यही नहीं इस रक्षा बंधन पर बच्चों ने अपने लगाए पेड-पौधों को राखियां भी बांधी और उनकी देखभाल करने का भी प्रण लिया। गमले में लगाए पौधे की जडों में नन्हे-मुन्ने छात्र अपने नन्हे हाथों से पानी छिडकते हैं और फिर मिलकर जो राखी उन्होंने बनाई है, उन रखियों को वह पौधे की शाखा से बांध देते हैं। राखी बांधने के बाद छात्रों के चेहरे पर जो संतोष भरी मुस्कान आई, वह किसी उपहार की उपेक्षा नहीं करती।