खेडापति हनुमान मन्दिर पर हो रही शिव महापुराण की कथा में वही रस धार
भिण्ड, 22 जुलाई। मेहगांव नगर के प्राचीन खेडापति हनुमान मन्दिर पर चल रही 21 दिवसीय शिव महापुराण की कथा में शनिवार को भगीरथ गंगाजी की कथा हुई।
कथा श्रवण कराते हुए आचार्य पं. जगमोहन त्रिपाठी ने कहा कि भगवान शिव के भक्त भगीरथ ने कई वर्षों तक घोर तपस्या की, तब ब्रह्माजी ने वरदान दिया और गंगाजी को देवलोक से पृथ्वी लोक जाने के लिए कहा, तो गंगाजी ने कहा कि हम पृथ्वी लोक पर जाने को तैयार हैं, लेकिन मुझे धारण कौन करेगा, तब भगीरथ ने भगवान शंकर की तपस्या की तो भगवान शंकर ने अपने जटाओं में गंगाजी को समा लिया। भगीरथ ने पुन: भगवान संकर से प्रार्थना की कि गंगा को अपनी जटाओं से मुक्ति देकर पृथ्वी लोक जाने का आदेश दें, जिससे मानव कल्याण हो सके। कथा को भक्त और श्रोताओं ने आनंद विभोर होकर भक्ति भाव से सुना। कथा के आयोजक संत शांतिदास महाराज ने बताया कि श्रावण मास में शिव महापुराण की कथा का बडा महत्व है, जिसे मानव कल्याण के लिए सभी को भक्तिभाव के साथ जरूर सुनना चाहिए।