बंदोबस्त के समय नक्शों में हुई गड़बड़ी के कारण विवाद बढ़े, कभी भी हो सकती हैं गंभीर घटनाएं

भिण्ड, 28 मई। भारतीय किसान संघ की आपात बैठक किसान संघ कार्यालय पर संपन्न हुई। जिसमें किसानों की समस्याओं का समाधान कैसे हो पर किसानों ने अपने अपने विचार व्यक्त किए। अधिकांश किसानों की राय थी कि बंदोबस्त के समय नक्शों को गलत बना दिया गया है, अब जब किसान अपने खेतों का सीमांकन कराता हैं तो देखने में आया है कि रकबा कम हो रहा है, खेत जोत कहीं रहे हैं निकल और दूसरी जगह रहा है, वह खेत छोडऩे को तैयार नहीं हैं, किसान आपस में झगड़ता है, उसका लाभ राजस्व और पुलिस उठाती है। किसानों का समय और राशि इसी में नष्ट हो जाती है, कई जगह एक-दूसरे की हत्या करने को तैयार हैं। जानबूझ कर सरकार के नुमाइंदों ने शांत चंबल घाटी को पुन: बंदूक की सनसनाती गोलियों की आवाज सुनने के बीज बो दिए हैं।
किसान संघ ने तय किया है कि जहां ऐसे प्रकरण सुनने को मिलें तो दोनों पक्षों से मिलकर शांति स्थापित कर समस्या का समाधान निकाले आठ जून को नमो नारायण दीक्षित के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमण्डल भोपाल जाकर मप्र शासन के मुखिया शिवराज सिंह चौहान एवं मुख्य सचिव के समक्ष भिण्ड जिले की इन ज्वलंत समस्याओं को रखा जाएगा। कृषि एवं उद्यानिकी विभाग में स्टाफ की कमी, खेत सडक़ तीर्थ योजना, मुख्यमंत्री स्थाई पंप योजना, गौ अभ्यारण्य की भी मांग की जाएगी। बैठक में कुलदीप भदौरिया, लक्ष्मण सिंह नरवरिया, रामबिहारी चौहान, बृजेश चौधरी, बदन सिंह भदौरिया, भूपेन्द्र सिंह तोमर, अनिल मिश्रा, ब्रह्मानंद शर्मा आदि उपस्थित थे।